Kaun Banega Crorepati 16: हाल ही में अमिताभ बच्चन के क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति 16' के तीसरे एपिसोड में हॉट सीट पर बैठे सुधीर कुमार 50 लाख की राशि जीतते-जीतते रह गए. वो 50 लाख के इस सवाल का जवाब नहीं दे पाए. क्या आप बता सकते हैं इसका सही जवाब क्या है?
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Kaun Banega Crorepati 16: हर नए सवालों और रोमांच के साथ टीवी पर टेलीकास्ट होने वाले क्विज शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ का 16वां सीजन शुरू हो गया है. अमिताभ बच्चन का ये शो हमेशा की तरह इस बार भी काफी दिलचस्प है और अब तक इसके तीन एपिसोड टेलीकास्ट हो चुके हैं. तीसरे एपिसोड में उत्तर प्रदेश के उन्नाव के रहने वाले सुधीर कुमार वर्मा हॉटसीट पर बैठे. उन्होंने पहले राउंड को शानदार तरीके से पार किया, लेकिन दूसरे राउंड में फंस गए. हालांकि, उन्होंने दो लाइफलाइन का भी इस्तेमाल किया.
उन्होंने 25 लाख रुपए जीते, लेकिन वो 50 लाख के सवाल पर अटक गए और उन्होंने जोखिम न उठाते हुए गेम क्विट करने का फैसला लिया. सुधीर के लिए ये राशि बहुत जरूरी थी. वे जो सालाना 45 हजार रुपए कमाते थे, इस शो से 25 लाख जीतकर चले गए. शो के दौरान अमिताभ बच्चन उनकी संघर्ष से भरी कहानी सुनकर और इमोशनल हो गए. सुधीर ने 25 लाख रुपये के सवाल के लिए ऑडियंस पोल लाइफलाइन का सहारा लिया. ऑडियंस पोल के मुताबिक, सुधीर ने डी ऑप्शन को चुनते हुए सही फैसला लिया और जीत गए.
50 लाख के सवाल पर अटके सुधीर कुमार
ये सवाल अप्रैल 2024 में देश के सूचना मंत्रालय द्वारा ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात या कुवैत में से एक देश में शुरू किए गए हिंदी साप्ताहिक रेडियो प्रसारण के बारे में था, जिसका सही जवाब ऑप्शन डी- कुवैत था. इसके बाद उनसे 50 लाख रुपये का सवाल पूछा गया, जिसका वो जवाब नहीं दे पाए. ये सवाल था- 'हेनरी वाल्टर्स द्वारा 1830 की जनगणना का विषय कौन सा शहर था, जो ब्रिटिश भारत में किसी शहर की पहली पूर्ण जनगणना में से एक थी? इसके ऑप्शन थे- मुंबई, ढाका, मैसूर और लाहौर.
25 लाख जीत कर घर ले गए सुधीर कुमार
हालांकि, इस सवाल का जवाब देने के लिए भी सुधीर कुमार ने तीसरी लाइफलाइन का इस्तेमाल किया. उन्होंने वीडियो कॉल ए फ्रेंड लाइफलाइन का इस्तेमाल किया, लेकिन उन्हें इसका सही जवाब नहीं मिल सका. इसलिए उन्होंने गेम क्विट करने का फैसला लिया. 25 लाख रुपये जीतने के बाद उन्होंने समझदारी दिखाई. 80,000 रुपये बोनस के साथ 25 लाख रुपये अपने साथ घर ले गए. बता दें, वे अपने गांव के कामों में अपने पिता की मदद करते हैं. साथ ही लाइफ में आगे बढ़ने के लिए और सही दिशा में सुधार लाने के लिए पढ़ाई करते हैं.