Ravi Kishan: इस पीरियड फिल्म में रवि किशन ने उठाया अंग्रेजों के खिलाफ झंडा, बोले- इतिहास नहीं, पलटवार है
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Ravi Kishan: इस पीरियड फिल्म में रवि किशन ने उठाया अंग्रेजों के खिलाफ झंडा, बोले- इतिहास नहीं, पलटवार है

1922 Pratikar Chauri Chaura: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में चौरी चौरा की घटना बहुत अहम है. महात्मा गांधी ने चौरी चौरा में हुई घटना के बाद असहयोग आंदोलन वापस ले लिया था. कहते हैं कि अगर ऐसा नहीं होता, तो भारत को 1947 से कहीं पहले आजादी मिल जाती. रवि किशन इस ऐतिहासिक घटना पर फिल्म लाए हैं...

 

 

Ravi Kishan: इस पीरियड फिल्म में रवि किशन ने उठाया अंग्रेजों के खिलाफ झंडा, बोले- इतिहास नहीं, पलटवार है

Film Chauri Chaura: भोजपुरी, हिंदी, मराठी, बंगाली सहित तमाम भारतीय भाषाओं की सैकड़ों फिल्मों में अभिनय का लोहा मनवा चुके रवि किशन अब देशभक्ति से सराबोर नई फिल्म लाए हैं. फिल्म है, 1922 प्रतिकार चौरी चौरा (1922 Pratikar Chauri Chaura). फिल्म 30 जून को देश भर में थिएटरों में रिलीज हो रही है. फिल्म आजादी की लड़ाई के दौरान घटित सत्य घटना पर आधारित है, जिसका केंद्रबिंदु यूपी में गोरखपुर (Gorakhpur) के पास स्थित चौरी चौरा स्टेशन है. आजादी की लड़ाई में स्वतंत्रता सेनानियों ने यहां ब्रिटिश पुलिस चौकी में आग लगा दी थी, जिसमें 22 अंग्रेज पुलिस कर्मचारी जिंदा जलकर मर गए थे. इस ऐतिहासिक घटना को पिछले साल सौ वर्ष पूरे हुए. पिछले साल ही इस फिल्म की शूटिंग यूपी में शुरू हुई थी.

खुलेंगे कई रहस्य
रवि किशन (Ravi Kishan) के अनुसार 1922 प्रतिकार चौरीचौरा सिर्फ इतिहास (Indian Independence History) को पर्दे पर नहीं लाती, बल्कि यहां ऐसे बहुत से रहस्यों से भी पर्दा उठेगा, जिन घटनाओं ने इतिहास के साथ-साथ अंग्रेजों से लड़ाई का तरीका भी बदल दिया था. उल्लेखनीय है कि इस दौरान महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) ने देश में असहयोग आंदोलन (Non Co-operation Movement) चला रखा था, परंतु चौरी चौरा की हिंसक घटना के बाद इस आंदोलन को वापस ले लिया था. कहा जाता है कि अगर गांधीजी ने यह फैसला नहीं किया होता, तो भारत 1947 से कहीं पहले आजादी मिल जाती. चौरी चौरा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम (Indian Freedom Fight) के इतिहास की अहम घटना है.

यह था तगड़ा प्रतिकार
मुंबई में रवि किशन बताया है फिल्म की शूटिंग काफी चुनौतीपूर्ण कार्य था क्योंकि 100 साल पहले हुई घटनाओं को जीवंत करके दिखाया आसान नहीं था. फिल्म का निर्माण और निर्देशकन अभिक भानु ने किया है. भानु ने कहा कि जिस घटना को अंग्रेजों ने ‘कांड’ बताया, असल में वह आम भारतीय नागरिकों के ऊपर जुल्म का प्रतिकार था. फिल्म 1922 प्रतिकार चौरी चौरा उत्तरप्रदेश के गोरखपुर, बस्ती, अयोध्या के साथ-साथ उस ऐतिहासिक घटना के मूल स्थान पर भी शूट हुई है. फिल्म में रवि किशन के साथ ममता जेठवानी, अनिल नागरथ, अशोक वोटिया, अनुराधा  सिंह की भी अहम भूमिकाएं हैं.

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