Mithun Chakraborty struggle Story: 1980 के दशक के अपने सुनहरे दौर में एक डांसिंग स्टार के रूप में बॉलीवुड स्टार मिथुन चक्रवर्ती बहुत सारे प्रसंशक बने. उन्होंने खुद को उन्होंने भारत के सबसे लोकप्रिय प्रमुख अभिनेता के रूप में स्थापित किया. पॉप कल्चर के आइकन बनने वाले मिथुन ने अपने संघर्षों के बारे में खुद खुलासा किया है.
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Mithun Chakraborty struggle Story: बॉलीवुड के डांसिंग स्टार को अपने स्किन कलर को लेकर अपमान सहना पड़ा था. संघर्ष के दिनों में वह सड़कों पर सोया करते थे. उनके पास खाना नहीं था. उन्हें नहीं पता होता था कि खाना कहां से आएगा. उन्होंने खाने का इंतजाम करने के लिए प्राइवेट पार्टीज में डांस किया. उनकी जिंदगी में ऐसा भी वक्त आया था, जब उन्होंने अपना जीवन खत्म करने की भी कोशिश की थी.आइए जानते हैं इस स्टार का सफर.
इस सितारे ने अपना सफर जीरो से शुरू किया और स्टारडम की ऊंचाइयों तक पहुंचे. ब्लॉकबस्टर फिल्में देने से पहले, पॉप-कल्चर आइकन बनने से पहलेऔर रूस में सबसे लोकप्रिय भारतीय अभिनेताओं में से एक बनने से पहले, मिथुन चक्रवर्ती ने अपने जीवन में कई मुश्किलों का सामना किया है.
जब भूखे पेट फुटपाथ पर सोते थे मिथुन चक्रवर्ती
अनुभवी अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने एक रिएलिटी शो में अपने संघर्ष के दिनों के बारे में खुलासा किया था. उन्होंने कहा था, ''मैंने ऐसे दिन भी देखे हैं, जब मुझे खाली पेट सोना पड़ता था और मैं खुद सोने के लिए रोता था. वास्तव में, ऐसे भी दिन थे जब मुझे यह सोचना पड़ता था कि मेरा अगला खाना क्या होगा और मैं कहां सोने जाऊंगा. मैं भी कई दिनों तक फुटपाथ पर सोया हूं.''
खाने के लिए प्राइवेट पार्टीज में नाचते थे मिथुन चक्रवर्ती
एक दूसरे रिएलिटी शो में मिथुन चक्रवर्ती ने खुलासा किया था कि वह बॉलीवुड में अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित थे. एक प्रतियोगी को प्रेरित करने के लिए उन्होंने कहा था, ''मुझे लगा कि कोई मुझे हीरो के तौर पर नहीं लेगा, इसलिए मैंने विलेन बनने का फैसला किया और वह भी डांसिंग विलेन. मैं काम पर पैदल जाता था ताकि पैसे बचा सकूं. मैं बड़ी-बड़ी पार्टियों में डांस करता था, क्योंकि मुझे खाने के लिए खाना मिलता था.
जिंदगी खत्म करने की भी की थी कोशिश
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में मिथुन चक्रवर्ती ने कहा था कि उन्हें अपने संघर्ष के बारे में चर्चा करना पसंद नहीं है, क्योंकि इससे एस्पायरिंग आर्टिस्टों का हौसला कमजोर हो सकता है. मिथुन ने कहा कि एक समय ऐसा भी आया था, जब उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में सोचा था. उन्होंने कहा था, '' कभी-कभी मुझे लगता था कि मैं अपने लक्ष्य हासिल नहीं कर पाऊंगा. यहां तक कि मैंने आत्महत्या करने के बारे में भी सोचा. कुछ कारणों से मैं कोलकाता भी नहीं लौट सका. लेकिन मेरी सलाह है कि कभी भी बिना लड़े अपनी जिंदगी खत्म करने के बारे में न सोचें. मैं जन्मजात योद्धा हूं और मुझे नहीं पता कि हारना कैसे है. और, देखो मैं अब कहां हूं.''
(1976) Mithun Chakraborty with Mamata Shankar, in his national award winning debut performance - Mrinal Sen’s film ‘Mrigaya’ pic.twitter.com/k9nodDuBy3
— Film History Pics (@FilmHistoryPic) May 3, 2019
नेशनल अवॉर्ड विनिंग फिल्म से शुरू किया था करियर
मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर की शुरुआत मृणाल सेन की नेशनल अवॉर्ड फिल्म मृगया (1976) से की थी. उन्होंने सुरक्षा, डिस्को डांसर, डांस डांस, प्यार झुकता नहीं, कसम पैदा करने वाले की, जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों में अभिनय किया है.