Shocking: जब भी कोई अस्पताल में इलाज के लिए जाता है तो वह डॉक्टर पर नर्स पर आंख मूंदकर भरोसा करता है, लेकिन गुरुग्राम एक अस्पताल में शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक मेल नर्स ने डायपर बदलने के दौरान विदेशी महिला मरीज के साथ गंदी हरकत की है.
Trending Photos
Nurse sexually assaulted Foreign Women Patient: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में एक शर्मनाक घटना सामने आई है, जहां एक अस्पताल में मेल नर्स ने विदेशी महिला मरीज के साथ गंदी हरकत की है. पुलिस ने बताया कि गुड़गांव के आर्टेमिस अस्पताल में एक नर्सिंग अटेंडेंट ने विदेशी महिला का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया, जिसके आरोप में उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. यह घटना रविवार को तड़के गुरुग्राम के आर्टेमिस अस्पताल में महिला की सर्जरी के बाद घटी.
राजस्थान का रहने वाला है आरोपी
दरअसल, महिला की सर्जरी हुई थी, जिसके बाद एक मेल नर्स को महिला का डायपर बदलने के लिए भेजा गया. इस दौरान उसने महिला को गलती से छुआ और इस हरकत को उसने कई बार दोहराया. इसके बाद महिला ने ये बात अपनी बेटी को बताई, जिसने इसकी जानकारी पुलिस को दी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी की पहचान राजस्थान के तिजारा के रहने वाले 25 साल के ठाकुर सिंह के रूप में हुई है. वह एक साल से भी ज्यादा समय से अस्पताल में नर्सिंग अटेंडेंट के तौर पर काम कर रहा था.
पुलिस ने दी पूरे मामले की जानकारी
गुरुग्राम के एसीपी ईस्ट ऋषिकांत ने बताया कि महिला एक दिन पहले ही अपनी बेटी के साथ इलाज के लिए आई थी और वहां उसकी सर्जरी हुई थी. बाद में उसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. जब आरोपी महिला का डायपर बदलने के लिए पहुंचा तो उसने महिला को गलत तरीके से छुआ. इसके बाद महिला ने किसी को कुछ नहीं बताया, क्योंकि उसे लगा कि यह गलती से हुआ होगा. लेकिन, जब उसने उसी दिन तीन-चार बार ऐसा दोहराया तो उसने अपनी बेटी को इसकी जानकारी दी, जिसने इसकी सूचना पुलिस को दी. महिला की बेटी ने रविवार को शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
घटना पर अस्पताल ने जारी किया बयान
पुलिस ने सेक्टर 50 थाने में बीएनएस धारा 64(2)(ई) के तहत एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने बताया कि आरोपी मेल नर्स को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस घटना को लेकर अस्पताल ने भी बयान जारी किया है और बताया है कि आर्टेमिस अस्पताल हमेशा अपने मरीजों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है. बयान में कहा गया है कि वे यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि इसमें शामिल सभी पक्षों के साथ निष्पक्ष व्यवहार किया जाए और पूरी तरह से निष्पक्ष जांच की जाए ताकि सच्चाई और न्याय की जीत हो. बयान में यह भी बताया गया है कि जांच होने तक व्यक्ति को अस्थायी रूप से ड्यूटी से हटा दिया गया है.