Ayodhya conversion case: देश में ईसाई मिशनरीज का जाल तेजी से फैलता जा रहा है. कष्ट और बीमारियां दूर करने के नाम पर मिशनरीज के लोग हिंदू धर्म को छोड़कर क्रिश्चियन बनने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं.
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Indore and Ayodhya conversion case: इंदौर से लेकर अयोध्या तक धर्मांतरण का धंधा खूब चल रहा है लेकिन अब इस खेल पर सीधे पुलिस की नज़र है. एक शिकायत पर भी योगी की पुलिस से लेकर मोहन की पुलिस एक्टिव हो जाती है और धोखे से धर्मांतरण कराने वालों को मौके पर ही धर दबोच लेती है. आज भी पैसों का लालच देकर गरीबों का धर्म बदलने की साज़िश का बड़ा भांडाफोड़ हुआ है. पढ़िए, ये हमारी स्पेशल रिपोर्ट.
धर्मांतरण में सक्रिय ईसाई मिशनरीज
पैसा पाओ..धर्म बदलो. धर्म बदलवाने के लिए अब इंदौर से लेकर अयोध्या तक. उत्तर प्रदेश से लेकर मध्य प्रदेश तक, कुछ इसी तरह से धर्मांतरण कराने की साज़िश हो रही है. आज दोनों ही जगह इन साज़िशों का भंडाफोड़ हुआ है.
इंदौर में पकड़ा गया धर्मांतरण गिरोह
बात सबसे पहले मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर की. जहां पैसों का लालच देकर हिंदुओं से धर्म बदलने को कहा जा रहा था. यहां इंदौर के हीरानगर में ईसाई समाज से जुड़े लोग महिलाओं का धर्मांतरण करा रहे थे.
लेकिन हिंदू समाज से जुडे लोगों को जैसे ही इसकी भनक लगी, उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में कर दी. यहां करीब 25-30 महिलाओं को पैसे का लालच दिया गया था.
अब आपको बताते हैं कि कैसे रामलला की नगरी अयोध्या धाम में धर्म का खेल चल रहा था. यहां लोगों को गरीबी से उबारने के नाम पर धोखे से धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. लेकिन मौके पर पहुंच कर पुलिस ने इस खेल का भंडाफोड़ दिया.
कष्ट दूर करने के नाम पर बरगलाना
बता दें कि आरोपी प्रार्थना सभा में गरीब लोगों को बुलाकर पैसों का लालच दे रहे थे. बाइबिल पढ़वाकर कहते थे कि उनसे यीशू खुश होंगे औऱ उनके कष्ट दूर कर देंगे. लेकिन अब यहां से पुलिस ने ऐसे लोगों को पकड़ लिया है..जो लोगों को बरगला रहे थे.
ये मामला तब खुला जब धर्मांधरण का धोखा खाए व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. फिर क्या था पुलिस ने ईसाई मिशनरी की प्रार्थना सभा से 36 लोगों को एक कमरे के भीतर पाया गया. इस कमरे से पुलिस ने धार्मिक किताबे भी बरामद की हैं.
लोगों से कह रहे 'पूजा छोड़ दो'
हैरानी की बात ये है कि यहां पर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ लोगों का मन बदलने के लिए हर संभव कोशिश हो रही थी. लोगों से पूजा पाठ छुड़ाने के लिए कहा जा रहा था. इन दोनों ही घटनाओं के बाद हिंदू संगठन गुस्से में है. जबकि संत समाज को भी ठेस पहुंची है.