Delhi Surgery Scam: दिल्ली में चल रहा था फर्जी सर्जरी का रैकेट, कैसे फंसाए जाते थे मरीज? पढ़िए इनसाइड स्टोरी
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Delhi Surgery Scam: दिल्ली में चल रहा था फर्जी सर्जरी का रैकेट, कैसे फंसाए जाते थे मरीज? पढ़िए इनसाइड स्टोरी

Delhi crime news: पुलिस जांच में ये खुलासा भी हुआ कि 2016 से अग्रवाल मेडिकल सेंटर, नीरज और पूजा अग्रवाल के खिलाफ दिल्ली चिकित्सा परिषद में कई शिकायतें की गई थीं. इन सभी मामलों में कथित लापरवाही के चलते मरीजों की जान गई थी. अब इस फेक सर्जरी रैकेट की अनसुनी कहानी सबके सामने आई है.

Delhi Surgery Scam: दिल्ली में चल रहा था फर्जी सर्जरी का रैकेट, कैसे फंसाए जाते थे मरीज? पढ़िए इनसाइड स्टोरी

Delhi Fake Surgery Case: दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में एक क्लीनिक में सर्जरी के दौरान एक मरीज की मौत में कथित संलिप्तता के लिए दिल्ली पुलिस ने 42 वर्ष के एक फार्मेसिस्ट को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, फार्मेसिस्ट अक्सर मरीजों को उस क्लीनिक में भेजा करता था, जहां सर्जरी के दौरान हाल ही में दो मरीजों की मौत हुई थी. पुलिस ने मामले में एक झोलाछाप डॉक्टर सहित चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था. अग्रवाल मेडिकल सेंटर चलाने वाला नीरज अग्रवाल, जसप्रीत सिंह (दोनों MBBS), अग्रवाल की पत्नी पूजा और पूर्व लैब तकनीशियन महेन्द्र सिंह को 14 नवंबर को गिरफ्तार करके 16 नवंबर को एक अदालत में पेश किया गया था, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया था.

दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि संगम विहार इलाके में दवा की दुकान चलाने वाले जुल्फिकार की गिरफ्तारी के साथ मामले में रविवार को नया मोड़ आया. उपायुक्त ने बताया कि जुल्फिकार होम्पोपैथी और एलोपैथिक दवाएं बेचता था और उसने डी.फार्मा किया है. उपायुक्त ने बताया कि वह अपनी दुकान पर आने वाले गुर्दे की पथरी, स्त्री रोग संबंधी समस्याओं और अन्य बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को अक्सर अग्रवाल क्लीनिक भेजा करता था. उन्होंने बताया कि अग्रवाल, जुल्फिकार को उसके द्वारा भेजे गए प्रति मरीज के कुल बिल पर करीब 35 फीसदी का भुगतान किया करता था.

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि जुल्फिकार ने असगर अली नाम के मरीज को अग्रवाल क्लीनिक भेजा था, जिसकी अग्रवाल मेडिकल सेंटर में सर्जरी के दौरान मौत हो गई. उन्होंने बताया कि जुल्फिकार पिछले पांच से छह सालों से अग्रवाल के संपर्क में था. उन्होंने बताया कि जुल्फिकार ने प्रसव, गर्भपात और अन्य बीमारियों के उपचार के लिए करीब 40 से 50 मरीजों को अग्रवाल के पास भेजा था. सोलह नवंबर को जारी एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय ने दिल्ली नर्सिंग होम पंजीकरण अधिनियम के कथित तौर पर उल्लंघन के लिए अग्रवाल मेडिकल सेंटर के मालिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है

(एजेंसी इनपुट के साथ)

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