Azam Khan के घोटालों का 'कच्चा चिट्ठा'! जौहर यूनिवर्सिटी पर 800 करोड़ खर्च कर दिया सिर्फ 7.5% का हिसाब
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Azam Khan के घोटालों का 'कच्चा चिट्ठा'! जौहर यूनिवर्सिटी पर 800 करोड़ खर्च कर दिया सिर्फ 7.5% का हिसाब

Azam Khan Scam: आजम खान (Azam Khan) को लेकर नया खुलासा हुआ है. जांच में मालूम हुआ है कि आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी पर खर्च किए गए 740 करोड़ रुपये का हिसाब नहीं दिया है.

Azam Khan के घोटालों का 'कच्चा चिट्ठा'! जौहर यूनिवर्सिटी पर 800 करोड़ खर्च कर दिया सिर्फ 7.5% का हिसाब

Jauhar University Scam: समाजवादी पार्टी (SP) नेता आजम खान (Azam Khan) के करीबियों पर आज यूपी के रामपुर (Rampur) में इनकम टैक्स (IT) ने रेड की. इनकम टैक्स की टीम ने फरत मेंबर और शावेज नाम के ठिकानों पर छापेमारी की. आजम खान के 2 करीबियों के ठिकानों पर रेड की गई है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि ईडी की जांच में अभी तक सामने आया है कि आजम खान ने जौहर यूनिवर्सिटी पर 800 करोड़ रुपये खर्च किए थे लेकिन हेराफेरी करके दस्तावेजों में सिर्फ 60 करोड़ रुपये ही दिखाए. इसका मतलब है कि आजम खान ने 800 रुपये में से सिर्फ 7.5 फीसदी रुपये का ही हिसाब दिया. बाकी का पैसा कहां से आया और कहां खर्च हुआ, ये सब आजम खान गोल कर गए.

पहले से ही 7 साल की सजा काट रहे आजम खान

बता दें कि सपा के कद्दावर नेता आजम खान को रामपुर से सीतापुर जेल में शिफ्ट किया जा चुका है. वहीं, आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को हरदोई जेल भेजा गया है. इसके अलावा आजम खान की पत्नी तंजीन फातिमा इस वक्त रामपुर जेल में हैं. आजम खान, तंजीन फातिमा और अब्दुल्ला आजम को बीते 18 अक्टूबर को रामपुर की एक कोर्ट ने अब्दुल्ला आजम के जाली बर्थ सर्टिफिकेट के मामले दोषी ठहराने के बाद 7 साल की सजा सुनाई थी.

कभी कहे जाते थे मिनी मुख्यमंत्री

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान का लगभग 40 साल से ज्यादा का राजनीतिक करियर अब ढल रहा है. आजम खान 10 बार विधायक, एक बार सांसद और एक बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं. इसके अलावा आजम खान चार बार कैबिनेट मंत्री और एक बार नेता प्रतिपक्ष भी रह चुके हैं. सपा सरकार में आजम खान का जलवा मिनी सीएम जैसा था. लोग उन्हें यूपी का मिनी मुख्यमंत्री तक कहने लगे थे.

आजम खान के आगे क्या है संकट?

अब तो ये भी सवाल उठने लगा है कि खुद आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम जेल में हैं. ऐसे में आजम खान की राजनीतिक विरासत संभालने कौन चुनावी मैदान में उतरेगा. सजा होने की वजह से ये तीनों लोकसभा चुनाव 2024 और 2027 का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ सकेंगे. वहीं आजम खान के बड़े बेटे अदीब आजम अब तक राजनीति से दूर रहे हैं. बहू ने भी अभी तक सियायत में नहीं आई हैं. दूसरी तरफ आजम खान पर एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं. आईटी ने अब आजम के करीबियों पर भी शिकंजा कस दिया है.

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