मोदी जी ने 4 बरस पहले अयोध्या की डेट सोची होगी... Prashant Kishor ने बताया कहां चूक रही कांग्रेस
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मोदी जी ने 4 बरस पहले अयोध्या की डेट सोची होगी... Prashant Kishor ने बताया कहां चूक रही कांग्रेस

Prashant Kishor on BJP 2024 Election: प्रशांत किशोर भले ही बिहार में पदयात्रा कर रहे हों लेकिन वह लोकसभा चुनाव की रणनीति को गहराई से समझते हैं. एक इंटरव्यू में उन्होंने समझाया है कि भाजपा के खिलाफ विपक्ष कहां पिछड़ रहा है. 

मोदी जी ने 4 बरस पहले अयोध्या की डेट सोची होगी... Prashant Kishor ने बताया कहां चूक रही कांग्रेस

PK On Ayodhya Ram Mandir BJP PM Modi: लोकसभा चुनाव से पहले तमाम एक्सपर्ट भाजपा+ vs कांग्रेस+ को अलग-अलग पैमाने पर आंक रहे हैं. यही पूछा जा रहा है कि भाजपा से मुकाबले को विपक्ष कहां खड़ा है? जब यही सवाल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से किया गया तो उन्होंने विपक्ष को एक महीन बात समझाने की कोशिश की. BBC को दिए इंटरव्यू में पीके ने कहा कि आप चर्चा सुनते हैं कि मोदी जी ने अयोध्या मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का पूरा समारोह ऐसे टाइम पर रखा कि वह चुनाव के तीन महीने पहले हो. यह ऐसे ही नहीं था?  

मोदी जी ने अयोध्या पर 4 साल पहले सोचा होगा

पीके ने कहा कि दूसरे दलों के लिए सोचने वाली बात यह है कि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा जनवरी 2024 में हो, इसके लिए कम से कम 4 बरस, 3 बरस पहले किसी ने सोचा होगा. उसके हिसाब से निर्माण कराया गया, निर्माण की गति को वैसे रखा गया. सारी चीजों को उन्होंने चार बरस पहले सोचा होगा क्योंकि सबको मालूम है कि अप्रैल-मई 2024 में लोकसभा चुनाव होने हैं.  

तीन बरस पहले बना लेते गठबंधन

PK ने कहा कि अगर ये बात मोदी जी को पता है, उस दिशा में काम कर रहे हैं, पत्रकारों को पता है तो विपक्ष को यह पता क्यों नहीं था कि मंदिर चुनाव से पहले बनेगा. प्राण प्रतिष्ठा होगी, उसके काउंटर में आपके पास कुछ नहीं है. कोई तैयारी नहीं है. वो सोच कभी थी ही नहीं. ये सीट शेयरिंग आज हो या 6 महीने पहले हो, चुनाव का टाइम तो सबको पता था. जो लोग INDIA गठबंधन में हैं उन्हें किसने रोका था कि वे तीन बरस पहले ही ये गठबंधन बना लेते. तीन बरस पहले वे किसानों का मुद्दा उठा लेते, तीन बरस पहले सीट शेयरिंग कर लेते, उसी समय गठबंधन का नाम 'इंडिया' कर दिया होता.

उन्होंने आगे कहा कि इस विपक्षी गठबंधन का गठन तीन बरस पहले होता तो ज्यादा लोगों को इसकी समझ होती. सीट शेयरिंग उसी समय हो जाती तो लोगों को ज्यादा पता होता कि मेरे क्षेत्र से कौन सी पार्टी चुनाव लड़ रही है. इन्हें किसने रोका था? कुछ दिन पहले ही कांग्रेस का आप और सपा के साथ गठबंधन फाइनल हुआ है. पीके ने इसे काफी लेट बताया है.

विपक्ष यहां ब्लंडर कर रहा

2024 के लोकसभा चुनाव के बाद वैसा नहीं होगा? इस सवाल पर पीके ने कहा कि विपक्ष ऐसा कहकर या सोच कर भी बड़ा ब्लंडर कर रहा है. उन्होंने कहा कि भाजपा तो चाहती है कि आप और हम ये मान लें कि 2024 के बाद कुछ नहीं. यह आखिरी इलेक्शन है. एक बार पब्लिक ने फैसला बीजेपी के पक्ष में दे दिया तो उसके बाद कोई सवाल मत करो. मैं कई दिनों से कह रहा हूं कि 24 कोई भी जीते इसका मतलब यह नहीं है कि विपक्ष नहीं रहेगा, आंदोलन नहीं होने चाहिए. विरोध नहीं होगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष की जगह अगर वह होते तो कहते कि पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे अगर सफल नहीं हुए तो नई सुबह होगी. 

400+ तो एक प्रेशर है

उन्होंने कहा कि संसद में पीएम मोदी खड़े होकर कह रहे हैं कि हम 400 सीटें जीत रहे हैं. यह एक साइकोलॉजिकल प्रेशर बना रहे हैं. मतलब जीत-हार की कोई चर्चा नहीं हो रही है. अब लोग यह पूछ रहे हैं कि 400 आएगा कि नहीं आएगा. इस तरह से देखिए तो एजेंडा कैसे शिफ्ट किया जा रहा है.

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