Election 2024 : भाजपा ने महाराष्ट्र में CM एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार का नाम अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट से हटा लिया है. BJP की ओर से अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में यह सुधार भारतीय चुनाव आयोग (ECI) के उस पत्र के बाद किया गया, जिसमें कहा गया था कि राजनीतिक दल अन्य पार्टियों के नेताओं के नाम स्टार कैम्पेनर्स की अपनी लिस्ट में नहीं शामिल कर सकते हैं.
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Maharashtra : महाराष्ट्र में बीजेपी ने अपने स्टार चुनाव प्रचारकों की लिस्ट में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री अजित पवार को जगह नहीं दी है. लोकसभा चुनावों की शुरुआती रैली में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे PM मोदी की जनसभाओं में साथ नजर आए थे. पार्टी की तरफ से आयोग को जो लिस्ट सौंपी गई है. उसमें सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार का नाम नहीं है.
नाम हटाने के पीछे कोई वजह नहीं बताई
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दोनों के नाम को हटाने के पीछे कोई वजह नहीं बताई है. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह की तरफ से आयोग को भेजी गई लिस्ट में कहा गया, कि यह लिस्ट महाराष्ट्र के चौथे और पांचवें चरण के चुनावों के लिए है. इसमें लिस्ट के साथ लिखे नोट में यह भी कहा गया है जब तब अगली लिस्ट न मिले, तब तक इसे ही सही माना जाए.
शिंदे शुरुआती रैलियों में पीएम के साथ नजर आए थे
बता दें, कि महाराष्ट्र में सीएम शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी राज्य में महायुति का हिस्सा है. सीएम शिंदे शुरुआती रैलियों में पीएम के साथ नजर आए थे. ऐसा माना जा रहा है, कि बीजेपी ने दोनों नेताओं के नामों को शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी (एसपी) की आपत्ति के बाद ड्रॉप किया है.
पहली लिस्ट 28 मार्च को जारी की थी
एनसीपी एसपी ने बीजेपी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा था कि बीजेपी ने अन्य दलों के नेताओं को अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट में शामिल किया है. ऐसा करना जन प्रतिनिधत्व अधिनियम की धारा 77 का उल्लंघन है. बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में इन दोनों नेताओं का नाम प्रमुखता से शामिल था. बता दें, कि बीजेपी ने स्टार प्रचारकों की पहली लिस्ट 28 मार्च को जारी की थी.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदचंद्र पवार की तरफ से बीजेपी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट पर सवाल खड़े किए जाने के बाद 10 अप्रैल को महाराष्ट्र चुनाव आयोग के सीईओ ने कलेक्टर को पत्र लिखकर कहा था कि स्टार प्रचारकों में सिर्फ पार्टी नेताओं में नाम होने चाहिए. इसमें आयोग ने कहा था कि पार्टी नेताओं को ही स्टार प्रचारक के तौर पर स्वीकार किया जाएगा.