Haryana Chunav: नतीजों से पहले BJP में सीएम की रेस, 8 अक्टूबर को किसका होगा 'मंगल'
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Haryana Chunav: नतीजों से पहले BJP में सीएम की रेस, 8 अक्टूबर को किसका होगा 'मंगल'

Haryana Chunav Result 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में सभी 90 सीटों पर वोटिंग जारी है और नतीजों से पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में सीएम की रेस तेज हो गई है.

Haryana Chunav: नतीजों से पहले BJP में सीएम की रेस, 8 अक्टूबर को किसका होगा 'मंगल'

Haryana Election Result: हरियाणा विधानसभा चुनाव में वोटिंग जारी है और सभी 90 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं. वोटिंग को लेकर जनता में काफी जोश नजर आ रहा है और सुबह से ही पोलिंग बूथों के बाहर कतारें नजर आ रही है. बता दें कि चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस-बीजेपी में सीधी टक्कर है और 1031 उम्मीदवारों की किस्मत का आज फैसला होना है. चुनावों के रिजल्ट 8 अक्टूबर को आएंगे, लेकिन इससे पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) में सीएम की रेस और बयानबाजी तेज हो गई है. हरियाणा पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सीएम चेहरा घोषित कर चुके हैं, जिस पर अनिल विज ने कहा कि पार्टी जिसे चाहेगी वो सीएम होगी.

CM चेहरा घोषित कर चुके हैं: मनोहर लाल खट्टर

हरियाणा के पूर्व मुख्यंत्री और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने करनाल में वोट डालने के बाद कांग्रेस पर निशाना साधा और दावा किया कि बीजेपी तीसरी बार सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने कहा, 'वे (कांग्रेस) अब तक अपने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं कर पाए, हमने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया. इनके (कांग्रेस) समय में भ्रष्टाचार का बोलबाला था. पिछले 10 साल में हरियाणा में औद्योगिक विकास हुआ है, सबको काम मिला है.' हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया कि कांग्रेस में अंदरूनी कलह है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के खेमे में निराशा का माहौल है, वहां अराजकता है. चुनावों से दो दिन पहले भाजपा नेता अशोक तंवर के कांग्रेस में लौटने के बारे में पूछे जाने पर खट्टर ने कहा कि तंवर ने 'आया राम गया राम' की राजनीति को पुनर्जीवित कर दिया है.

पार्टी चाहेगी तो अगली मुलाकात सीएम आवास पर होगी: विज

अंबाला कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व में राज्य के मंत्री रहे अनिल विज ने दावा किया है कि एक बार फिर बीजेपी की सरकार बनेगी और पार्टी चाहेगी तो वो मुख्यमंत्री बनेंगे. उन्होंने कहा, 'सरकार भाजपा की बनेगी और मुख्यमंत्री वो बनेगा जिसे पार्टी चाहेगी. अगर पार्टी मुझे चाहेगी तो अगली मुलाकात आपसे मुख्यमंत्री आवास पर होगी. मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं.' हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब अनिल विज ने सीएम बनने को लेकर दावा किया है.

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बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को घोषित किया है सीएम फेस

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने हरियाणा में नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनाया है. जब साल 2014 में बीजेपी पहली बार अपने बल पर हरियाणा में सत्ता में आई थी तो अनिल विज (Anil Vij), रामबिलास शर्मा समेत कुछ अन्य नेता मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे थे, लेकिन पार्टी ने उस समय पहली बार विधायक बने मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) को मुख्यमंत्री बनाया था. इस साल मार्च में, जेजेपी से गठबंधन टूटने के बाद मनोहर लाल खट्टर और उनके कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया था. तब अनिल विज (ANil Vij) इस बात से नाराज बताए गए थे कि पार्टी ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाने और उनकी जगह नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) को लाने का फैसला किया, लेकिन इस बात की जानकारी उन्हें नहीं दी गई.

कैसा रहा है अनिल विज का राजनीतिक करियर?

अनिल विज (Anil Vij) कॉलेज के समय से ही राजनीति में एक्टिव हैं और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में शामिल हो गए थे. 1970 में वे एबीवीपी के महासचिव बने और बाद में विश्व हिंदू परिषद, भारत विकास परिषद (BMS) और ऐसे अन्य संगठनों के साथ सक्रिय रूप से काम किया. 1974 में भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में उनकी नौकरी लग गई. लेकिन, जब 1990 में सुषमा स्वराज राज्यसभा के लिए चुनी गईं तो अंबाला कैंट सीट खाली हो गई. इसके बाद अनिल विज को भाजपा द्वारा नौकरी से इस्तीफा देने और उपचुनाव लड़ने के लिए कहा गया.

अनिल विज ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. ​​1991 में वे भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बने. 1991 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अनिल विज की जगह अनिक कुमार को टिकट दिया और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा. 1996 के चुनाव में अनिल विज ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2000 के विधानसभा चुनाव में भी एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की. 2005 के चुनाव में अनिल विज को हार का सामना करना पड़ा. 2009 के चुनाव में उन्होंने अंबाला कैंट सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे. इसके बाद 2014 और 2019 के चुनाव में भी अनिल विज ने बीजेपी के टिकट पर जीत हासिल की.

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