BPSC Success Story: बिहार के लाल राज भूषण सिंह ने घर पर रहकर ही प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई की और नतीजा यह हुआ कि उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में ही बीपीएससी सीसीई परीक्षा में सफलता हासिल कर ली.
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BPSC Success Story: कहते हैं कि कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के अलावा सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है. हाल ही में एक साधारण परिवार के बेटे राज भूषण सिंह ने इसे सही साबित कर दिखाया है. राज भूषण सिंह ने अपनी कड़ी मेहनत और बिना किसी कोचिंग संस्थान की मदद के अपने दूसरे प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 68वीं सीसीई फाइनल परीक्षा 2023 में 90 रैंक हासिल की है. वह अब राजस्व अधिकारी (Revenue Officer) बनने के लिए पूरी तरह तैयार हैं.
मीडिया रिपोर्ट से पता चलता है कि राज भूषण सिंह बक्सर जिले के डुमरांव उपमंडल के एक गांव ब्रह्मपुर में एक मध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं. पिछले साल उनके छोटे भाई आशीष भूषण सिंह ने भी इसरो साइंटिस्ट की परीक्षा पास की थी.
राज भूषण सिंह के पिता भारत भूषण सिंह रघुनाथपुर व्यापार मंडल के अध्यक्ष है. वहीं, उनकी मां किरण सिंह एक गृहिणी हैं. उनके दादा मार्कंडेय सिंह जिला पार्षद रह चुके हैं.
राज भूषण सिंह के पिता भारत भूषण सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वह शुरू से ही बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के प्रति गंभीर रहे हैं. इसलिए दोनों बेटों को बचपन में कुछ साल गांव में रखने के बाद उन्होंने उन्हें पटना भेज दिया.
उन्होंने आगे कहा कि राज भूषण ने अपनी प्राथमिक शिक्षा गांव में पूरी करने के बाद मैट्रिक और इंटरमीडिएट की पढ़ाई लोयोला हाई स्कूल, पटना से की. इसके बाद उन्होंने मणिपाल विश्वविद्यालय, जयपुर से बी.टेक. की डिग्री हासिल की. इसके बाद फिर उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी.
राज ने बताया कि इस दौरान उन्हें केवल अपने माता-पिता से मार्गदर्शन मिला और उन्होंने इन परीक्षाओं के लिए कोई कोचिंग जॉइन नहीं की. वह घर पर रहकर प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते थे और नतीजा यह हुआ कि उन्हें दूसरे प्रयास में बीपीएससी में सफलता मिल गयी. वे पहले ही प्रयास में इंटरव्यू तक भी पहुंच गये थे. हालांकि, उस बार उनका सेलेक्शन नहीं हो पाया था.
उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल वह राजस्व अधिकारी बन गए हैं, लेकिन उनका सपना भविष्य में आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करने का है. इसके लिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी है. भावी उम्मीदवारों के लिए एक टिप के रूप में, उन्होंने उम्मीदवारों से कहा कि वे अच्छी और सीमित किताबें मन लगाकर पढ़ें.