IAS Success Story: पापा स्कूल से कटवाने चाहते थे नाम, बेटे ने रच दिया ऐसा इतिहास; देखते रह गए लोग
Advertisement
trendingNow11512156

IAS Success Story: पापा स्कूल से कटवाने चाहते थे नाम, बेटे ने रच दिया ऐसा इतिहास; देखते रह गए लोग

IAS Ansar Shaikh: अंसार हमेशा एक ब्राइट स्टूडेंट रहे थे और परीक्षा में जितना संभव हो उतना ज्ञान प्राप्त करने और ज्यादा से ज्यादा नंबर लाने के लिए उन्होंने अपने बचपन के दिनों से मेहनत के साथ पढ़ाई की. 

IAS Success Story: पापा स्कूल से कटवाने चाहते थे नाम, बेटे ने रच दिया ऐसा इतिहास; देखते रह गए लोग

UPSC Topper Ansar Shaikh: यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है और इसे पास करना देश भर के लोगों को बहुत मुश्किल लगता है और जब इसे पास करने की बात आती है तो कई बार कैंडिडेट्स को इस परीक्षा में दो या तीन बार या कभी-कभी इससे भी ज्यादा बार एग्जाम देना पड़ता है. लेकिन अंसार शेख यूपीएससी परीक्षा को एक ही बार में क्लियर करने में कामयाब रहे और इसके साथ ही वह 21 साल की छोटी सी उम्र में आईएएस बनकर देश के सबसे कम उम्र के आईएएस अफसर बन गए.

अंसार, देश के सबसे कम उम्र के आईएएस अधिकारी, यूनुस शेख अहमद के बेटे हैं, जो भारत के महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में एक ऑटोरिक्शा चालक के तौर पर काम करते थे. 

एनएसएआर ने 21 साल की छोटी सी उम्र में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. इस परीक्षा में यह उनका पहला अटेंप्ट था और वे लकी थे कि एक ही बार में इसे पास कर लिया. 

इस तरह अपनी यूपीएससी परीक्षा को एक ही बार में क्लियर करके वह देश में सबसे कम उम्र के यूपीएससी उम्मीदवार बनने में कामयाब रहे, साथ ही उन्होंने अपने पहले प्रयास में परीक्षा पाई.

वह महाराष्ट्र के जालना जिले के शेलगांव गांव से ताल्लुक रखते हैं. अंसार ने अपनी परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 361 प्राप्त की.

अंसार एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं और बचपन से ही उन्होंने अपने परिवार की रोजी-रोटी कमाने के लिए बहुत मेहनत की है. उनके परिवार ने इतनी मेहनत की है कि एक दिन के लिए पर्याप्त पैसा कमा सकें ताकि वे अपना भरण-पोषण ठीक से कर सकें. वह एक ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते थे जहां शिक्षा कभी भी प्राथमिकता नहीं थी और उन्होंने बचपन से ही अपने पिता को अपने परिवार के लिए कड़ी मेहनत करते देखा था और उनकी मां परिवार का सपोर्ट करने के लिए खेत में काम करती थीं.

अंसार हमेशा एक ब्राइट स्टूडेंट रहे थे और परीक्षा में जितना संभव हो उतना ज्ञान प्राप्त करने और ज्यादा से ज्यादा नंबर लाने के लिए उन्होंने अपने बचपन के दिनों से मेहनत के साथ पढ़ाई की. एक समय ऐसा भी आया था जब अंसार के पिता स्कूल से उनका नाम कटवाना चाहते थे.

देश में सबसे कम उम्र के IAS अधिकारी होने का रिकॉर्ड बनाने से पहले अंसार ने अपनी 10वीं बोर्ड परीक्षाओं में 91 फीसदी नंबर प्राप्त किए थे. उसके बाद, उन्होंने अपने ग्रेजुएशन में 73 फीसदी नंबर प्राप्त किए और पुणे के फर्ग्यूसन कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में डिग्री हासिल की.

नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें

पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं

Trending news