World Bank of India GDP Growth: विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. भारत की इकोनॉमी ग्रोथ सात फीसदी रहने की बात कही है. इससे पहले जून में जब वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान लगाया था तो ग्रोथ रेट 6.6 फीसदी रहने की बात कही थी.
Trending Photos
India Economic Growth: भारत की तेज रफ्तार भाग रही इकोनॉमी के लिए एक और खुशखबरी आई है. अगले पांच सालों में भारत ने विश्व की तीसरी इकोनॉमी बनने का जो लक्ष्य रखा है, उसे इस खबर से और मजबूती मिलेगी. भारत ने 2047 तक 'विकसित देश' बनने का उच्च लक्ष्य निर्धारित किया है. विश्व बैंक ने भी भारत की अर्थव्यवस्था का लोहा मान लिया है. दरअसल विश्व बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान लगाया है.
भारत के लिए विश्व बैंक का अनुमान
विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. भारत की इकोनॉमी ग्रोथ सात फीसदी रहने की बात कही है. इससे पहले जून में जब वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर अनुमान लगाया था तो ग्रोथ रेट 6.6 फीसदी रहने की बात कही थी. अब इसे बढ़ाकर 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
क्या है वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट
मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर 7 प्रतिशत रहने का लगाया है. विश्व बैंक ने कृषि क्षेत्र और ग्रामीण मांग में सुधार के दम पर चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है. विश्व बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल के बावजूद भारत की वृद्धि दर मजबूत बनी हुई है. विश्व बैंक के वरिष्ठ अर्थशास्त्री रैन ली ने कहा कि मानसून और निजी खपत में सुधार के दम पर भारत के जीडीपी के पूर्वानुमान को संशोधित किया गया है.
खेती के दम पर बढ़ेगा इंडिया
विश्व बैंक ने ‘इंडिया डेवलपमेंट अपडेट’ रिपोर्ट में कहा, भारत जो दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है उसकी वृद्धि दर 2024-25 में सात प्रतिशत रहने की उम्मीद है. इसमें कहा गया, कृषि क्षेत्र में सुधार से उद्योग में आई मामूली गिरावट की आंशिक भरपाई हो जाएगी और सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी. कृषि में अपेक्षित सुधार से ग्रामीण मांग भी बेहतर होगी.
सिर्फ विश्व बैंक ही नहीं ये भी भारत के ग्रोथ के मुरीद
सिर्फ विश्व बैंक की नहीं तमाम वैश्किव रेटिंग एजेंसियों ने भारत के ग्रोथ रेट के अनुमान को बढ़ाया है. इससे पहले अमेरिका में स्थित दुनिया की सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वित्त वर्ष 2024-25 भारत का विकास दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था. मूडीज ने 6.8 फीसदी के ग्रोथ रेट को बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया. इसके अलावा ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत को स्टेबल आउटलुक रेटिंग BBB की रेटिंग को कायम रखा. वहीं आरबीआई ने वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में देश की जीडीपी 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है.
भारत की अर्थव्यवस्था का लोहा
जिस तरह से ग्लोबल एजेंसियां भारत के ग्रोथ रेट का अनुमान लगा रही है, उसका फायदा भारत की इकोनॉमी को हो रहा है. दुनियाभर की कंपनियां भारत का रूख कर रही है. ऐपल, फॉक्सकॉन, एनवीडिया समेत तमाम बड़ी कंपनियां भारत का रूख कर रही है. भारत में बढ़ते विदेशी निवेश के दम पर वो विकसित देश के अपने लक्ष्य को हासिल करने की ओर तेजी से बड़ रहा है.