Pakistan Debt: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा समय पर कर्ज चुकाने का वादा करने के बावजूद तीसरी बार सऊदी अरब ने कर्ज चुकाने की अवधि को आगे बढ़ाया है.
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Pakistan Saudi Arabia Relation: आर्थिक संकट और कर्ज के बोझ तले जूझ रहे पाकिस्तान के लिए सऊदी अरब ने एक बार फिर बड़ा दिल दिखाया है. सऊदी अरब ने पाकिस्तान के लिए तीन अरब अमेरिकी डॉलर का कर्ज चुकाने की अवधि एक और साल के लिए बढ़ा दी है.
पाकिस्तान के केंद्रीय बैंक ने यह जानकारी देते हुए कहाहै कि नकदी की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान कर्ज का भुगतान नहीं कर सका है. कर्ज चुकाने की अवधि गुरुवार को खत्म हो रही थी.
पाकिस्तान के लिए बड़ी राहत
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि सऊदी अरब ने शाही निर्देश के अनुसार 2021 में एक साल के लिए तीन अरब डॉलर दिए थे और बाद में इसे 2022 और फिर 2023 में आगे बढ़ाया. स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने कहा कि कहा कि कर्ज चुकाने की अवधि बढ़ाने से दोनों देशों के बीच घनिष्ठ संबंधों का पता चलता है.
पाकिस्तान को अगले साल जून तक सऊदी अरब, चीन और संयुक्त अरब अमीरात को कम से कम 13 अरब डॉलर का भुगतान करने से बचने की जरूरत है. ऐसे में सऊदी अरब के लोन रोलओवर करने से पाकिस्तान को बड़ी राहत मिली है.
तीसरी बार मोहलत
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ द्वारा समय पर कर्ज चुकाने का वादा करने के बावजूद तीसरी बार सऊदी अरब ने कर्ज चुकाने की अवधि को आगे बढ़ाया है.
पाकिस्तान डिफ़ॉल्ट होने से बचने के लिए चीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात से लोन रोलओवर की नीति लागू करवाता है. पाकिस्तान पर उसके कुल विदेशी सार्वजनिक कर्ज का 45% द्विपक्षीय कर्ज देने वालों का बकाया है. चीन ने पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कर्ज दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व बैंक 2023 के अंत तक पाकिस्तान को20 बिलियन डॉलर का कर्ज देने वाला एक मात्र सबसे बड़ा बहुपक्षीय बैंक है.