Inflation Rate: मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक 5 दिसंबर से शुरू होगी, इस मीटिंग में रेपो रेट को 0.35 प्रतिशत तक बढ़ाने का फैसला लिया जा सकता है. विशेषज्ञों ने दी ये राय.
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RBI MPC: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) बढ़ती महंगाई को और कम करने के लिए अमेरिका के फेडरल रिजर्व की तरह कदम उठा रही है. दुनियाभर के दूसरे केंद्रीय बैंकों की तरफ से भी लगातार रेपो में रेट में बढ़ोतरी की जा रही है. उसी का अनुसरण करते हुए RBI भी 7 दिसंबर को रेपो रेट बढ़ाने की घोषणा कर सकती है. महंगाई को कम करने के लिए पहले भी RBI की तरफ कई बार रेपो रेट में बढ़ोतरी की जा चुकी है. आपको बता दें कि मई से अभी तक लगभग 2 फीसदी ब्याज बढ़ चुका है. आइए जानते हैं इससे आपको क्या नुकसान होने वाला है?
0.35 फीसदी तक होगी वृद्धि
RBI की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक सोमवार, 5 दिसंबर से शुरू होने वाली है. ऐसे में आर्थिक विशेषज्ञों की राय है कि RBI एक बार फिर रेपो रेट में बढ़ोतरी कर सकता है. रिजर्व बैंक ने कदम महंगाई को कम करने के लिए उठाए थे. हाल के दिनों में खुदरा महंगाई में नरमी के संकेत भी दिखे हैं. ऐसे में इस वृद्धि को बढ़ावा दिया जा सकता है. विशेषज्ञों की राय है कि इस बार रेपो दर में 0.25 से 0.35 फीसदी तक बढ़ोतरी की जा सकती है. आरबीआई की बैठक 7 दिसंबर को खत्म होगी, उसके बाद रेपो रेट में इजाफे को लेकर घोषणा की जा सकती है.
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री ने कही ये बात
बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य अर्थशास्त्री मदन सबनवीस ने बताया कि एमपीसी (MPC) इस बार भी दरों में बढ़ोतरी करेगी. हालांकि, यह बढ़ोतरी 0.25 से 0.35 फीसदी तक हो सकती है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि रेपो रेट इस वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत पर पहुंच जाएगी यानी कि फरवरी में एक बार और रेपो दर में वृद्धि देखने को मिलेगी.
फिर भी महंगाई छह फीसदी से ऊपर
इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च के मुख्य अर्थशास्त्री डी के पंत ने कहा कि महंगाई में और गिरावट आने की उम्मीद है. हालांकि, इस तिमाही में यह छह फीसदी से ऊपर ही रहेगी. इसलिए हमारा मानना है कि आरबीआई (RBI) दिसंबर, 2022 की मौद्रिक नीति समीक्षा में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है.
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