PHD Chamber of Commerce and Industry: शाह ने ‘विकसित भारत एट 2047: प्रगति के शिखर की ओर’ विषय पर आयोजित सत्र में कहा, ‘हम देश में सुधार और आर्थिक विकास लाए हैं. इस अवधि के दौरान, हमारी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है. इसे विपक्ष ने भी स्वीकार किया है.’
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Modi Govt: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ पिछले 10 साल में भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है. इतना ही नहीं नीतिगत फैसले लेने में जो शिथिलता थी, उसे भी समाप्त किया और भारत को पांच कमजोर इकोनॉमी से बाहर निकालते हुए एक आकर्षक स्थान में बदला गया. शाह ने दिल्ली में उद्योग मंडल पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सालाना सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि 2047 तक मोदी सरकार की विभिन्न नीतियों के कारण भारत दुनिया के सर्वाधिक विकसित देशों में से एक के रूप में उभरेगा.
हम देश में सुधार और आर्थिक विकास लाए'
उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने (2014 से) कार्यभार संभाला है, सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में सुधार किए हैं. इसके परिणाम यह हुआ कि अन्य बातों के अलावा बेसिक इंफ्रा बेहतर हुआ, संपर्क सुविधा अच्छी हुई, डिजिटल इकोनॉमी और रेलवे नेटवर्क का विस्तार हुआ. सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रिक वाहन के लिए बनाने वाली इकाइयों की शुरुआत हुई है. शाह ने ‘विकसित भारत एट 2047: प्रगति के शिखर की ओर’ विषय पर आयोजित सत्र में कहा, ‘हम देश में सुधार और आर्थिक विकास लाए हैं. इस अवधि के दौरान, हमारी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है. इसे विपक्ष ने भी स्वीकार किया है.’
अब आईएमएफ भारत को ‘आकर्षक स्थान’ कहता है
गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल में मोदी सरकार ने आतंकवाद, वामपंथी उग्रवाद और पूर्वोत्तर उग्रवाद को जमीन के 200 गज नीचे दफना दिया है. उन्होंने कहा कि जब मोदी ने सत्ता संभाली, तो नीतिगत निर्णय और क्रियान्वयन को लेकर शिथिलता की स्थिति थी जिसे बहुत ही कम समय में निर्णायक उपायों के साथ समाप्त किया गया. सरकार ने इसे ‘प्रदर्शन की नीति’ से बदल दिया. शाह ने कहा कि एक समय भारत को ‘पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्था’ की श्रेणी में रखा जाता था लेकिन मोदी सरकार ने देश को उस स्थिति से बाहर निकाला और अब अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष इसे ‘आकर्षक स्थान’ कहता है.
पांच करोड़ लोगों को मुफ्त आवास दिया गया
सबसे ज्यादा पांच कमजोर इकोनॉमी यानी ‘फ्रेजाइल फाइव’ एक कॉन्सेप्ट है. इसका उपयोग अगस्त, 2013 में मॉर्गन स्टेनली के एक वित्तीय विश्लेषक ने किया था. उन्होंने उन उभरते देशों के लिए इस शब्द का उपयोग किया जो अपनी विकास आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए जोखिम भरे विदेशी निवेश पर अत्यधिक निर्भर हो गये थे. इसमें इंडोनेशिया, ब्राजील, तुर्की, भारत और दक्षिण अफ्रीका को रखा गया था. गृह मंत्री ने कहा कि 10 साल पहले भारत दहाई अंक की महंगाई वाला देश था लेकिन अब यह बड़ी वृद्धि वाला देश बन गया है. शाह ने पिछले 10 साल में गरीबों के कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध करा रही है, पांच करोड़ लोगों को मुफ्त आवास दिया गया है.
उन्होंने कहा 12 करोड़ शौचालय बनाये गये हैं, 11 करोड़ लोगों को मुफ्त बिजली कनेक्शन और 15 करोड़ लोगों को पीने का पानी दिया गया है. गृह मंत्री ने कहा कि भारत 50 करोड़ लोगों का बाजार था. बाकी 80 करोड़ लोग अपनी रोजी-रोटी कमाने में व्यस्त थे और उनके पास क्रय शक्ति नहीं थी. उन्होंने कहा कि हालांकि, मोदी सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देकर उनकी ये समस्याएं खत्म कर दीं और भारत अब 130 करोड़ लोगों का बाजार है. शाह ने कहा कि अगले 25 साल में भारत विनिर्माण, सेमीकंडक्टर उद्योग, इलेक्ट्रिक वाहन, डिजिटल अर्थव्यवस्था जैसे सभी क्षेत्रों में वैश्विक अगुवा होगा और मोदी सरकार इस दिशा में ईमानदारी से काम कर रही है. (इनपुट भाषा से)