इस तारीख को होगी विश्‍वकर्मा पूजा, जान लें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्‍व
Advertisement
trendingNow11861133

इस तारीख को होगी विश्‍वकर्मा पूजा, जान लें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्‍व

Vishwakarma Jayanti 2023 Date in Hindi: भगवान विश्‍वकर्मा को पहला इंजीनियर कहा जाता है. विश्‍वकर्मा जयंती के दिन भगवान विश्‍वकर्मा के साथ-साथ मशीनों, औजारों, उपकरणों की भी पूजा की जाती है.  

इस तारीख को होगी विश्‍वकर्मा पूजा, जान लें पूजा का शुभ मुहूर्त और महत्‍व

Vishwakarma Puja 2023 Date in Hindi: हिंदू धर्म में हर साल भाद्रपद महीने के शुक्‍ल पक्ष की तृतीया तिथि को विश्‍वकर्मा जयंती मनाई जाती है. इस दिन भगवान विश्‍वकर्मा की पूजा की जाती है. भगवान विश्‍वकर्मा को पहला इंजीनियर कहा जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार उन्‍होंने भगवान शिव के त्रिशूल से लेकर पूरी सृष्टि का निर्माण किया है. भगवान विश्वकर्मा ने ही लंका का महल, द्वारका और देवताओं के अस्त्र और शस्त्र का निर्माण किया था. इस साल विश्‍वकर्मा पूजा 17 सितंबर 2023, रविवार को की जाएगी.  

विश्वकर्मा पूजा 2023 शुभ मुहूर्त  

इस साल हिंदी पंचांग के अनुसार विश्वकर्मा जयंती 17 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी. साथ ही विश्‍वकर्मा पूजा के लिए शुभ मुहूर्त 17 सितंबर की सुबह 7 बजकर 50 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा. इस दिन लोग भगवान विश्वकर्मा की कृपा पाने के लिए लोहे, लक्कड़, कलपुर्जों और मशीनरी की साफ-सफाई करते हैं और फिर उनकी पूजा करते हैं. इस दिन मशीनों, औजारों को आराम दिया जाता है और उनसे काम नहीं लिया जाता है. 

विश्वकर्मा पूजा का महत्व

हिंदू धर्म में विश्‍वकर्मा पूजा को बहुत महत्‍व दिया गया है. औद्योगिक जगत के लिए तो यह विश्‍वकर्मा पूजा विशेष महत्‍व रखती है. भारत के कई राज्‍यों के अलावा पड़ोसी देश नेपाल में भी विश्‍वकर्मा जयंती धूमधाम से मनाई जाती है. मान्‍यता है कि विश्‍वकर्मा जयंती के दिन औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े उपकरणों, औजार, मशीनों की पूजा की करने से कार्य में कुशलता आती है.  साथ ही कारोबार फलता-फूलता है. घर में धन धान्य और सुख समृद्धि बढ़ती है. 

विश्वकर्मा पुराण के अनुसार, भगवान श्रीहरि नारायण ने सर्वप्रथम ब्रह्माजी और फिर विश्वकर्मा जी की रचना की थी. तब ब्रह्माजी के दिशा निर्देश के अनुसार ही भगवान विश्‍वकर्मा ने पुष्पक विमान की रचना की थी. इतना ही नहीं भगवान विश्वकर्मा को ही वास्तु शास्त्र का प्रणेता माना जाता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

Trending news