Volvo C40 Recharge में चुन-चुनकर दिए फीचर्स, चलने के मामले में है ऐसी
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Volvo C40 Recharge में चुन-चुनकर दिए फीचर्स, चलने के मामले में है ऐसी

Volvo C40 Recharge: वॉल्वो ने सी40 रिचार्ज पेश की, इसे 4 सितंबर को लॉन्च किया जाना है. लेकिन, इससे पहले ही हमने कार को चलाकर देख लिया है. चलिए, बताते हैं कि यह चलने में कैसी है. 

Volvo C40 Recharge Review

Volvo C40 Recharge Review: वॉल्वो ने हाल ही में सी40 रिचार्ज पेश की. आप इसे कंपनी की एक्ससी40 रिचार्ज का कूपे-एसयूवी वर्जन कह सकते हैं. वॉल्वो है यानी फीचर्स और सेफ्टी तो मिलनी ही है. कार में चुन-चुनकर जरूरत के फीचर्स दिए गए हैं. हां, कुछ लोगों को सनरूफ से थोड़ी शिकायत हो सकती है लेकिन असल में वह कोई परेशानी का कारण नहीं है. इसके बारे में आगे बात करेंगे. फिलहाल, रिव्यू की शुरुआत करते हैं इसके डिजाइन से.

डिजाइन

किसा भी कार का डिजाइन अलग-अलग लोगों को अच्छा या बुरा लग सकता है. लेकिन, इसके डिजाइन को देखकर कहा जा सकता है कि ज्यादातर लोग इसे पसंद ही करने वाले हैं. आप इसे वॉल्वो एक्ससी40 रिचार्ज का ट्रेंडियर, एजियर और ज्यादा एंगुलर वर्जन मान सकते है. 

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दोनों का फ्रंट लगभग समान हैं. लेकिन, साइड में आते हैं तो C40 की स्लोपी रूफलाइन के साथ बदलाव नजर आता है, जो अपडेटेड टेललाइट्स तक पहुंचता है. इसमें XC40 रिचार्ज के मुकाबले ज्यादा स्लीक टेललाइट्स हैं, जो टेलगेट पर भी हैं. यहां दो स्पॉइलर हैं, जो इसे ज्यादा एयरोडायनेमिक बनाते हैं.

यहां एक मजेदार बात है. वॉल्वो दावा करती है कि इसके दोनों स्पॉइलर 8% ज्यादा रेंज हासिल करने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं, इसके टायर 4% ज्यादा रेंज पाने में मदद करते हैं. इस तरीके से कुल 12% ज्यादा रेंज इन्हीं से मिल जाती है, जो बैटरी और मोटर का काम आसान करते हैं.

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वॉल्वो सी40 रिचार्ज का इंटीरियर पूरी तरह से एक्ससी40 से लिया हुआ लगता है. दोनों का केबिन देखने में समान है. एक जैसे पार्ट्स नजर आते हैं. रियर सीट्स पर तीन हेडरेस्ट हैं लेकिन जब सीटिंग की बात आएगी तो दो एडल्ट ही सही से बैठ पाएंगे, तीन के लिए मुश्किल होगा.

हमने ऊपर कहा था कि कुछ लोगों को सनरूफ से थोड़ी शिकायत हो सकती है. असल में इसमें फिक्स्ड सनरूफ दी गई है. आप उसे खोल या बंद नहीं कर सकते, जो शायद भारत में सनरूफ के हो रहे गलत इस्तेमाल को देखते हुए अच्छा भी है. यह सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव भी करती है.

बैटरी और मोटर

इसमें 78 kWh का बैटरी पैक है, जो सिंगल चार्ज पर 530 किमी (WLTP) रेंज दे सकता है. यह 11kW चार्जर से चार्ज होने में 6-7 घंटे का समय लेगा. वहीं, 150kW डीसी चार्जर से 27 मिनट में 10-80% तक चार्ज हो सकता है. कार में दो इलेक्ट्रिक मोटर हैं. दोनों मिलकर कुल 402बीएचपी जनरेट करती हैं.

पावर डिस्ट्रीब्यूशन 40:60 रखा गया है. 19 इंच अलॉय व्हील्स हैं और 171मिमी ग्राउंड क्लियरेंस है. कार सिर्फ 4.7 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा हासिल कर सकती है. यानी, XC40 से नाममात्र के लिए ज्यादा तेज है. इसकी टॉप स्पीड 180 किमी/घंटा है.

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ड्राइविंग एक्सपीरियंस

कार में बैठते ही आप नोटिस करेंगे कि पुश स्टार्ट/स्टॉप बटन नहीं है. कार डिटेक्ट करती है कि ड्राईवर सीट पर है. आप ब्रेक दबाते हैं तो यह एक्टिव हो जाती है. फिर, सीटबेल्ट पहनिए और 'ड्राइव' मोड में डालकर सीधे मंजिल की ओर निकल जाइये. 

लेकिन, आप यह जानकर थोड़े से अपसेट हो सकते हैं कि इसमें ड्राइव मोड्स नहीं मिलते है. हालांकि, उतनी ही राहत यह जानकर मिलेगी कि एक्सीलरेट करते है तो कार काफी तेजी से उठकर भागती है.  आपको फील होगी कि आप सीट पर पीछे की ओर धकेल जा रहे हैं.

इसे दौड़ाना और इसके साथ रोड पर ओवरटेक करना मजेदार एक्सपीरियंस रहने वाला है. जैसे-जैसे आप हाई स्पीड की ओर बढ़ाते हैं, इसका स्टीयरिंग व्हील वजनी महसूस होने लगता है. इससे आप हाई स्पीड पर क्रूज करते हुए कॉन्फिडेंट रहते हैं. इसका एनवीएच लेवल भी अच्छा है.

इसका वन पेडल मोड काफी बेहतर है. इसमें आप जैसे ही एक्सीलेरेटर से पैर हटाते हैं, कार खुद से ब्रेकिंग करने लगती है. इससे बैटरी भी चार्ज होती रहती है क्योंकि इसमें रिजनेरेटिव ब्रेकिंग मिलती है. इससे दो फायदे हैं पहला कि शहर में ड्राइव आसान हो जाती है और दूसरा कि बैटरी चार्ज होती रहती है.

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सस्पेंसन की बात की जाए तो कहना होगा कि थोड़ा स्टिफ सस्पेंसन दिया गया है, जिस वजह से खराब सड़कों पर गढ्ढों में परेशानी हो सकती है. आपको कार के अंदर काफी झटके महसूस होंगे क्योंकि सस्पेंसन स्टिफ की वजह से झटके ज्यादा अब्जॉर्ब नहीं हो पाएंगे. कॉर्नर्स पर कार अच्छा रिस्पॉन्स करती है.

यह रियर वर्ल्ड में कितनी रेंज देगी, फिलहाल यह नहीं कह सकते क्योंकि समय की कमी के कारण इसे लंबी दूरी में टेस्ट नहीं कर पाए. लेकिन, जितना हमनें चलाया उससे समझ में आता है कि 400 किमी की रेंज तो आसानी से मिल जानी चाहिए. यह चलाने पर भी निर्भर करती है.

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