Car Accident Tricks: अपनी गाड़ी के डैमेज की भरपाई कराना कभी-कभी बहुत मुश्किल होता है, लेकिन अगर आपके पास सही जानकारी हो तो इस काम को आसान बनाना संभव है. नीचे दिए गए कुछ नए तरीके हैं जो आपको कार डैमेज का खर्चा दिलाने में मदद कर सकते हैं:
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How to Recover Accident Damage: सड़क पर वाहन चलाते समय छोटी-मोटी दुर्घटना होना आम बात है. लेकिन कई बार आप नियम के अनुसार वाहन चला रहे होते हैं, लेकिन किसी दूसरी की लापरवाही से आपकी कार में नुकसान हो जाता है. अपनी गाड़ी के डैमेज की भरपाई कराना कभी-कभी बहुत मुश्किल होता है, लेकिन अगर आपके पास सही जानकारी हो तो इस काम को आसान बनाना संभव है. नीचे दिए गए कुछ नए तरीके हैं जो आपको कार डैमेज का खर्चा दिलाने में मदद कर सकते हैं:
1. डॉक्यूमेंट्स मांगें: सबसे पहला नियम कहता है कि आपको धैर्य रखना है और झगड़ा नहीं करना है. यहां आपको शांत दिमाग से काम लेते हुए अपने नुकसान की भरपाई करानी है. आपको सामने वाले ड्राइवर से उसका लाइसेंस पूछना है. हो सकता है कार चलाने वाला नशे की हालत में हो या नाबालिग हो. ऐसी स्थिति में पुलिस को बुलाना ही सही होगा.
2. सौदा करें: यदि दस्तावेज सही हैं और वह नशे में भी नहीं है तो आपको सामने वाले व्यक्ति से बातचीत करना होगी. आपको उन्हें नुकसान का अंदाज़ लगाने के लिए एस्टीमेट बताना होगा. एस्टीमेट में आपको डैमेज हुए पार्ट्स की कीमत और उनकी मरम्मत की लागत का एक अनुमान बताना चाहिए. उसके बाद, आप सामने वाले व्यक्ति से उसी रकम के सौदे की बात कर सकते हैं.
3. कार इंश्योरेंस कंपनी से बातचीत करें: अगर आपकी गाड़ी का कार इंश्योरेंस है, तो आप अपनी इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क कर सकते हैं और उन्हें नुकसान की जानकारी दे सकते हैं. इंश्योरेंस कंपनी आपकी गाड़ी के नुकसान की जांच करेगी. इस विकल्प का फायदा यह होगा कि आपको अपनी गाड़ी के नुकसान की भरपाई के लिए कोई पैसे नहीं खर्च करने पड़ेंगे. लेकिन याद रखें कि इंश्योरेंस कंपनी आपके नुकसान के लिए संपर्क करने में थोड़ा समय लगा सकती है और इससे आपको अपनी गाड़ी को ठीक करने में देरी हो सकती है.
4. कितने पैसे लेने चाहिए: अगर सामने वाला व्यक्ति पैसे देने के लिए तैयार है तब आपको अपने इंश्योरेंस के मुताबिक पैसे लेने चाहिए. अगर आपके पास कार का जीरो डेप (Zero Dep) इंश्योरेंस हैं तो उस स्थिति में आपको सामान्यत: 1000 रुपये का फाइल चार्ज लगेगा. लेकिन अगर इंश्योरें फर्स्ट पार्टी या थर्ड पार्टी है, तब आपको स्टीमेट लगाना होगा कि आपका कितने रुपए का खर्चा आ सकता. उसी हिसाब से पैसों की मांग करें.