Pearl Gemstone: रत्न शास्त्र के मुताबिक, हर रत्न किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है. कुंडली में ग्रहों के कमजोर होने की स्थिति में रत्नों को धारण किया जाता है. मोती को भी रत्न शास्त्र में काफी अहम माना गया है. मोती पहनना हमेशा लाभदायक ही नहीं होता, बिना सलाह के पहनने पर नुकसान भी हो सकता है.
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Pearl Gemstone Disadvantages: रत्नों का विशेष महत्व होता है. इंसान की जिंदगी में रत्नों का अच्छा व बुरा प्रभाव पड़ता है. ग्रहों के कमजोर होने की स्थिति में रत्न पहनने की सलाह दी जाती है. मोती भी इन्हीं रत्नों में से एक है. मोती को चंद्रमा का कारक माना जाता है. मोती पहनने से गुस्से और विचारों पर नियंत्रण रहता है. मन स्थिर रहता है. हालांकि, कोई भी रत्न हो, पहनने से पहले ज्योतिष की सलाह जरूर लेनी चाहिए.
हमेशा नहीं मिलता फायदा
मोती को इच्छापूर्ति का रत्न भी कहा जाता है. हालांकि, मोती के नकारात्मक परिणाम भी हो सकते हैं. इस रत्न को धारण करने से पहले इसके नियमों के बारे में जान लेना चाहिए. मोती हमेशा लाभदायक नहीं होता, कुछ लोगों के लिए हानिकारक भी हो सकता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि आखिर किन लोगों को मोती धारण नहीं करना चाहिए.
इस घर में हो जब चंद्रमा
ज्योतिष के अनुसार, जिनकी कुंडली में चंद्रमा 12वें या 10वें घर में हो, ऐसे लोगों को मोती नहीं धारण करना चाहिए. इसके साथ ही अगर आपको कफ, शरीर में जल तत्व जैसी समस्या है तो मोती को धारण करने से बचना चाहिए.
इस राशि को लोग बचें
शुक्र, बुध, शनि की राशियों वाले लोगों को भी मोती नहीं पहनना चाहिए. वहीं, जिन लोगों को मोती धारण करने की सलाह दी गई है, उनको इसके साथ नीलम, गोमेद और हीरा नहीं पहनना चाहिए.
इन राशियों को नहीं मिलते परिणाम
जिन लोगों को बहुत गुस्सा आता है या जो लोग काफी भावुक होते हैं, उनको भी मोती नहीं पहनना चाहिए. वहीं, वृष, मिथुन, कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों को भी मोती पहनने से अच्छे परिणाम नहीं मिलते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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