Pakistan Prime Minister Shahbaz Shrif China Visit: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ दो दिनों के दोरे पर मंगलवार की रात चीन पहुंचे हैं. बुधवार को शरीफ और शी चिनफिंग के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों मुल्कों के बीच चले रहे कई साझा प्रोजेक्ट को लेकर और करार किए गए हैं. इस बीच दोनों नेताओं ने दोनों मुल्कों के बीच के रिश्ते को और मजबूत करने की बात कही है.
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बीजिंगः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ दो दिनों के दोरे पर इस वक्त चीन में हैं. मंगलवार की रात शरीफ बीजिंग पहुंचे हैं. शरीफ की यह यात्रा अप्रैल में प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से पहली चीन यात्रा है. हालांकि प्रधानमंत्री बनने के बाद शी के साथ उनकी यह दूसरी मुलाकात है. चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बुधवार को शहबाज शरीफ से मुलाकात की और इस दौरान दोनों ने अपनी दोस्ती को और मजबूत करने और 60 अरब डॉलर लागत वाले सीपीईसी करार को लेकर आपस में रजमंदी जताई.
पाकिस्तान में चीनी मजदूरों की हिफाजत को लेकर चीन फिक्रमंद
शी ने यहां ग्रेट हॉल ऑफ पीपुल में शरीफ से मुलाकात के दौरान कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान में चीन के लोगों की सुरक्षा को लेकर बहुत फिक्रमंद हूं, और उम्मीद करता हूं कि पाकिस्तान चीनी संस्थानों और सहयोग के लिए पाकिस्तान जाने वाले लोगों के लिए भरोसेमंद और सुरक्षित माहौल प्रदान करेगा.’’ शी ने पाकिस्तान में काम कर रहे चीनी नागरिकों पर बलोच नेशनलिस्ट आर्मी और अन्य उग्रवादी समूहों द्वारा बार-बार हमलों को लेकर चिंता जताई है. ये ग्रुप सीपीईसी के तहत अशांत प्रांत में चीनी निवेश की मुखालफत कर रहे हैं.
चीन कूटनीति में हमेशा पाकिस्तान को तरजीह देता है
शरीफ से मुलाकात में शी ने कहा, ‘‘चीन ने दोनों देशों के रिश्ते को हमेशा रणनीतिक महत्व और दीर्घकालिक नजरिये से देखा है और पाकिस्तान को अपने पड़ोस से संबंधित कूटनीति में हमेशा तरजीह दी है..’’ शी ने कहा कि चीन चौतरफा रणनीतिक सहयोग को बढ़ाने, नए युग में साझा भविष्य के लिए चीन-पाकिस्तान समुदाय के निर्माण को गति देने और सदाबहार रणनीतिक सहयोग साझेदारी में नई ऊर्जा भरने की दिशा में काम करना चाह रहा है.
सीपीईसी प्रोजेक्ट को और तेज करेंगे दोनों मुल्क
शी ने कहा, ‘‘हमें ग्वादर बंदरगाह के सहायक ढांचे की तामीर को तेज करना होगा.’’ सीपीईसी शिनझियांग को बलोचिस्तान में पाकिस्तान के रणनीतिक महत्व वाले ग्वादर बंदरगाह से जोड़ता है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दोनों मुल्कों को मेनलाइन नंबर 1 रेलवे लाइन और कराची रिंग रेलवे प्रोजेक्ट की तरक्की और पुनर्निर्माण के जल्द क्रियान्वयन के लिहाज से परिस्थिति निर्माण के लिए साझा कोशिशे करनी चाहिए. मेनलाइन नंबर 1 रेलवे लाइन से मतलब कराची-पेशावर रेल लाइन से है जिसे साबिक इमरान खान सरकार ने आगे नहीं बढ़ाना चाहा था, क्योंकि इससे पाकिस्तान के कर्ज बोझ पर करीब 10 अरब डॉलर की लागत और बढ़ सकती थी.
पाकिस्तान है चीन का 23 अरब डॉलर का कर्जदार
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के मुताबिक, पाकिस्तान का कुल गैर-पेरिस क्लब द्विपक्षीय कर्ज इस वक्त करीब 27 अरब डॉलर है, जिसमें से चीन का कर्ज करीब 23 अरब डॉलर का है. शी ने शरीफ के साथ मुलाकात में पाकिस्तान में हाल में आई बाढ़ के पीड़ितों के लिए 50 करोड़ युआन की मदद का ऐलान किया था. चीन ने बाढ़ राहत के लिए पहले 7 करोड़ डॉलर का ऐलान किया था. शी ने शरीफ से कहा कि चीन विनाशकारी सैलाब से मुतासिर पाकिस्तान के लोगों के प्रति हमदर्दी रखता है और आपदा के बाद पुनर्निर्माण में पाकिस्तान की मदद के लिए अतिरिक्त आपातकालीन सहायता देगा.
चीन को नजरअंदाज कर नहीं चल सकती है दुनियाः पाकिस्तान
शरीफ ने शी से कहा कि दुनिया चीन के बिना नहीं चल सकती है, और कोई ताकत चीन की तरक्की को रोक नहीं सकती. ऐसा भरोसा है कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की दूर अंदेशी न सिर्फ और ज्यादा उपलब्धियां हासिल करने में चीन की रहनुमाई करती रहेगी, बल्कि दुनिया को भी उज्ज्वल भविष्य की तरफ ले जाएगी.’’ शरीफ ने कहा, ‘‘मैं कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना की ऐतिहासिक 20वीं नेशनल कांग्रेस के कामयाब समापन के बाद चीन यात्रा के लिए सबसे पहले बुलाए गए विदेशी नेताओं में शामिल होने पर बहुत खुश हूं. यह पाकिस्तान और चीन के बीच गहरी दोस्ती को दर्शाता है.’’
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