भारत आएंगे अमेरिकी विदेश सचिव, अमेरिका-भारत के बढ़ते रिश्तों से पड़ोसी देश को होगी जलन
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भारत आएंगे अमेरिकी विदेश सचिव, अमेरिका-भारत के बढ़ते रिश्तों से पड़ोसी देश को होगी जलन

America के विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने ब्लिंकन के भारत दौरे पर कहा, "भारत एक ऐसा देश है, जिसके साथ हमारी गहरी साझेदारी है. अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन अपने सचिव के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय डॉयलोग के लिए भारत जाएंगे."

भारत आएंगे अमेरिकी विदेश सचिव, अमेरिका-भारत के बढ़ते रिश्तों से पड़ोसी देश को होगी जलन

India-US Dialogue: विदेश और रक्षा संबंधों को नई उचाई देने के लिए कल 10 नवंबर को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन भारत आ रहे हैं. ब्लिंकन के साथ रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी भारत आएंगे. भारत और अमेरिका के बीच '2 प्लस 2' डॉयलोग होना है, भारत की ओर से विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं इस बैठक में मौजूद रहेंगे. इसी लिए इस मीटिंग को 2 प्लस 2 का नाम दिया गया है. चीन और पाकिस्तान के बढ़ते खतरों के बीच अमेरिका भारत का स्ट्रैटेजिक पार्टनर बन गया है. वहीं अमेरिका भी जियो-पॉलिटिक्स में भारत की अहमियत समझता है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने ब्लिंकन के भारत दौरे पर कहा, "भारत एक ऐसा देश है, जिसके साथ हमारी गहरी साझेदारी है. अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन अपने सचिव के साथ 2+2 मंत्रिस्तरीय डॉयलोग के लिए भारत जाएंगे."

रक्षा और प्रशांत क्षेत्र में होने वाले विकास पर होगी चर्चा  
इस बातचीत से भारत अमेरिका के जरूरी द्विपक्षीय और वैश्विक मामलों को संबोधित किया जाएगा. रक्षा सचिव लॉयड जे ऑस्टिन और रक्षा मंत्री राजनाथ सिहं का इस वार्ता में शामिल होना इस बात का संकेत है कि रक्षा क्षेत्र में भारत और अमेरिका के बीच कई समझोते हो सकते हैं. डॉयलॉग में भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के अलावा कई और मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.

मध्य पूर्व के दौरे के बाद ब्लिंकन का भारत दौरा 
इजरायल-हमास युद्ध के बीच ये दौरा भारत और अमेरिका के रिश्तों के साथ-साथ दुनिया में चल रही उथल-पुथल पर भी असर डालेगी. अमेरिका को इजरायल का समर्थन करने के लिए हर तरफ से आलोचना का सामना करना पड़ रहा है. भारत यात्रा से पहले ब्लिंकन मिडिल ईस्ट के दो दौरे कर चुके हैं. भारत की इतिहास में तो नीति फिलिसितीन समर्थक रही है, पर इस जंग में भारत किसी एक तरफ से साफ स्टेंड लेने से बचता आया है. अब देखना होगा इस दौरे के बाद क्या भारत इजराइल-फिलिस्तीन पर अपनी नीति में कोई बदलाव करेगा या नहीं. जानकारों की मानें तो ब्लिंकन के भारत दौरे से भारत-पाकिसतान को दिक्कत हो सकती है.

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