Union Budget 2024: बजट 2024 में कई बड़े ऐलान किया गए हैं. अलग-अलग सेक्टर्स के लिए बड़े-बड़े दावे किए गए हैं. आज हम आपको इसकी पूरी जानताकी देने वाले हैं. तो आइये जानते हैं.
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Union Budget 2024: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में केंद्रीय बजट पेश किया. बजट दस्तावेजों से पता चलता है कि ब्याज भुगतान संसाधनों पर सबसे बड़ा बोझ है, इसके बाद रक्षा और सब्सिडी पर खर्च की जगह आती है. आज हम आपको जानकारी देने वाले हैं कि किस सेक्टर में कितना पैसा खर्च होता है.
1. ब्याज: ₹11,62,940 करोड़
2. रक्षा: ₹4,54,773 करोड़
3. सब्सिडी:
खाद्य: 2,05,250 करोड़
उर्वरक: 1,64,000 करोड़
पेट्रोलियम: 11,925 करोड़
4. ग्रामीण विकास: 2,65,808 करोड़
5. परिवहन: ₹5,44,128 करोड़
6. पेंशन: ₹2,43,296 करोड़
7. गृह मंत्रालय: ₹1,50,983 करोड़
8. कृषि और संबद्ध गतिविधियां: ₹1,51,851 करोड़
9. शिक्षा: ₹1,25,638 करोड़
10. आईटी और दूरसंचार: ₹1,16,342 करोड़
ध्यान दें कि केंद्र अपने बजट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा कर प्रशासन, जीएसटी मुआवजे और राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को हस्तांतरण पर भी खर्च करता है. वित्त मंत्री सीतारमण के मुताबिक, साल 2024-25 के लिए राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 4.9 प्रतिशत रहने का अनुमान है. उधार को छोड़कर कुल प्राप्तियां 32.07 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जबकि कुल व्यय 48.21 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है.
सरकार का टारगेट फाइनेंशियल इयर 2025-26 तक राजकोषीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.5 प्रतिशत से नीचे लाना है. राजकोषीय घाटा सरकार की आय और व्यय के बीच का अंतर है, जो दर्शाता है कि उसे कितना उधार लेने की जरूरत हो सकती है.
सीतारमण ने कहा, "2021 में मेरे जरिए घोषित राजकोषीय समेकन पथ ने हमारी अर्थव्यवस्था को बहुत अच्छा लाभ पहुंचाया है और हमारा लक्ष्य अगले साल घाटे को 4.5 प्रतिशत से नीचे लाना है."