John F Kennedy: अमेरिका की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री, 60 साल बाद ट्रंप राज में खुलेगी हिस्ट्री!

John F Kennedy murder mystery: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी के मर्डर की जांच से जुड़ी फाइलें सार्वजनिक करने के आदेश दिए हैं. कैनेडी की हत्या साल 1963 में हुई थी, तब वे अमेरिका के राष्ट्रपति हुआ करते थे.

Written by - Ronak Bhaira | Last Updated : Jan 24, 2025, 02:45 PM IST
  • नवंबर 1963 में हुई कैनेडी की हत्या
  • लिमोजिन कार में सफर कर रहे थे
John F Kennedy: अमेरिका की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री, 60 साल बाद ट्रंप राज में खुलेगी हिस्ट्री!

नई दिल्ली: John F Kennedy murder mystery: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वापसी के तुरंत बाद कई बड़े फैसले लिए हैं. ट्रंप ने तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की फाइलें सार्वजनिक करने के आदेश दिए हैं. राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि अमेरिकी लोगों के लिए 'सच्चाई' जानने का वक्त आ गया है. साल 1963 में अमेरिका के सीटिंग राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की गोली मारकर हत्या हुई थी. ये अमेरिका की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री कही जाती है.

जब अमेरिकी राष्ट्रपति को लगी गोली
22 नवंबर, 1963 को टेक्सास के डलास में अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी एक खुली लिमोजिन कार में सफर कर रहे थे, उनकी पत्नी भी साथ थीं. लोगों ने उन्हें घेरकर रखा था. इसी दौरान उन्हें गोली लगी, वे घायल हुए. फिर कैनेडी की मौत हो गई. हत्या का आरोप ली हार्वे ओसवाल्ड नाम के शख्स पर लगा. जांच में पाया गया कि ओसवाल्ड ने अकेले ही इस मर्डर को अंजाम दिया था. लेकीन लोगों को इस जांच रिपोर्ट पर भरोसा नहीं हुआ. लोग मानते हैं कि कैनेडी की हत्या में एक बड़ा षड्यंत्र था, ओसवाल्ड तो महज एक मोहरा था. सवाल उठे कि सारी सुरक्षा होने के बाद एक राष्ट्रपति की हत्या कैसे हुई?

पहली थ्योरी: अमेरिकी एजेंसी CIA ने ही कर दी हत्या
अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) पर भी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या को लेकर संदेह गया. दरअसल, ये दावा किया जाता रहा है कि राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी का क्यूबा और लेफ्ट का रुख CIA को पसंद नहीं आ रहा था. CIA तब क्यूबा के लीडर फिदेल कास्त्रो को मारना चाहता था. इसके लिए 'बे ऑफ पिग्स इनवेजन' ऑपरेशन चलाया गया था, जो इसलिए नाकाम हुआ क्योंकि राष्ट्रपति कैनेडी ने हवाई मदद देने से इनकार कर दिया था. इसके दो साल बाद ही कैनेडी की हत्या हो गई.

दूसरी थ्योरी: माफिया के हाथों CIA ने मरवाया
इस केस की दूसरी थ्योरी भी CIA से ही जुड़ी हुई है. ऐसा दावा किया जाता है कि CIA ने माफिया के साथ मिलकर राष्ट्रपति कैनेडी की हत्या की साजिश रची. दरअसल, माफिया ने क्यूबा में खूब सारा पैसा लगाया था, लेकिन वहां के लीडर कास्त्रो के कारण उनका घाटा हो गया. इसलिए वे चाहते थे कि कास्त्रो को हटा दिया जाना चाहिए, लेकिन राष्ट्रपति कैनेडी उनके रास्ते में रोड़ा थे. इसलिए ये थ्योरी है कि माफिया और CIA ने मिलकर राष्ट्रपति की हत्या की. हालांकि, इस बात की कहीं पुती नहीं हुई. सरकारी दस्तावेजों से इतना जरूर पता चला कि CIA ने कास्त्रो को मारने के लिए माफिया से मदद ली थी. 

तीसरी थ्योरी: रूस ने खुफिया एजेंसी KGB से कराई हत्या
जब जॉन एफ कैनेडी की हत्या हुई, तब शीत युद्ध चल रहा था. अमेरिका ने रूस पर जबरदस्त दबाव बनाया हुआ था, लिहाजा रूस को क्यूबा से मिसाइलें हटानी पड़ीं. तब अमेरिका और रूस एक-दूसरे के खून के प्यासे थे. कुछ लोगों का आकलन है कि रूस के तत्कालीन राष्ट्रपति निकिता क्रुसचेव ने जासूसी एजेंसी KGB के जरिये कैनेडी की हत्या की गई. हालांकि, इस थ्योरी का कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला.

ये भी पढ़ें- दुनिया के 5 सबसे खतरनाक देश; इनमें इंसान तो छोड़ो, जानवर भी नहीं रहना चाहेंगे!

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़