आपको पता है वो जिला, जो यूपी में भी आता है और MP में भी? इस शहर का इतिहास है बेहद खास

Chitrakoot: भारत में अधिकांश जिले स्पष्ट रूप से एक राज्य के बीच विभाजित हैं. हालांकि, एक विशेष मामला है जहां एक ही जिला दो अलग-अलग राज्यों का हिस्सा है. यह दुर्लभ घटना ऐतिहासिक निर्णयों और राज्य की सीमाओं में परिवर्तन का परिणाम है.

Historical Significance of Chitrakoot: एक जिले का दो राज्यों में होगा एक दिलचस्प स्थिति पैदा करता है, जहां एक ही जिले में रहने वाले लोग अलग-अलग राज्यों के नियमों का पालन कर सकते हैं, जो इसे भारत के प्रशासनिक ढांचे की एक अनूठी विशेषता बनाता है.

 

1 /5

भारत में 788 जिले हैं, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के भीतर महत्वपूर्ण प्रशासनिक प्रभाग हैं. ये जिले स्थानीय शासन को व्यवस्थित करने, सरकारी योजनाओं के सुचारू वितरण को सुनिश्चित करने और पूरे देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करते हैं.

2 /5

चित्रकूट भारत का एक अनूठा जिला है जो दो राज्यों उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में फैला हुआ है. यह इसे देश के उन इकलौते जिलों में से एक बनाता है जो दो अलग-अलग राज्यों में स्थित हैं. आइए इस खास जिले के बारे में और जानें...

3 /5

चित्रकूट उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश दोनों में स्थित है. चित्रकूट जिले की चार तहसीलें कर्वी, राजापुर, मऊ और मानकपुर, उत्तर प्रदेश में हैं, जबकि चित्रकूट नगर मध्य प्रदेश के सतना जिले में है. यह दो-राज्य स्थान इसे भारत में एक अनूठा जिला बनाता है. चित्रकूट का हिंदू धर्म और पौराणिक कथाओं में बहुत महत्व है. ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने वनवास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा चित्रकूट में बिताया था. यही कारण है कि इस स्थान को बहुत पवित्र माना जाता है.

4 /5

चित्रकूट में कई धार्मिक स्थल हैं जो पूरे भारत से तीर्थयात्रियों को आकर्षित करते हैं. क्षेत्र के कुछ प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल हैं: कामदगिरि पर्वत: ऐसा माना जाता है कि यह वह स्थान है जहां भगवान राम रुके थे. लोग पर्वत के चारों ओर चक्कर लगाते हैं क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि यह सौभाग्य लाता है. गुप्त गोदावरी गुफा: एक पवित्र गुफा जहां भगवान राम और लक्ष्मण ने अपने वनवास के दौरान समय बिताया था. हनुमान धारा, सती अनुसूया और भरतकूप: भक्तों के लिए महत्वपूर्ण स्थान. मंदाकिनी नदी: एक पवित्र नदी जो इस क्षेत्र से होकर बहती है.

5 /5

चित्रकूट का ऐतिहासिक महत्व हैं. चित्रकूट तुलसीदास, संत कबीर और संत रैदास जैसे महान संतों और कवियों के यहां आने के लिए भी प्रसिद्ध है, जिन्होंने यहां समय बिताया था.