मुंबईः सितंबर की 26वीं तारीख की इस शाम को जब देशभर की आधी नजरें बिहार चुनाव और आधी नजरें टीम जेपी नड्डा की ओर थीं तो अचानक ही महाराष्ट्र के राजनीतिक आसमान से कुछ धुआं सा उठने लगा. यह धुआं किसी होटल से उठ रहा था जहां इस वक्त की दो बड़ी राजनीतिक हस्तियां मिल रही थीं.
यह दोनों थे पूर्व महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और दूसरे वर्तमान सीएम के खास सिपहसालार संजय राउत (Sanjay Raut).
क्या तिपाई सरकार में सब ठीक है?
इन दोनों के मिलने की खबर आना वाकई बड़ी हलचल वाली खबर थी. आखिर ऐसा क्या हुआ कि इस वक्त राजनीति के दो सिरों के तौर पर मशहूर हो चुके दो बड़े धड़े क्यों मिलने पहुंचे. सबसे अहम रही तारीख, वह इसलिए क्योंकि अब से एक महीने बाद महाराष्ट्र में चुनाव हुए एक साल हो जाएंगे.
सियासी गलियारों में खबरें उठने लगीं कि क्या वाकई तिपाई वाली सरकार कांग्रेस (Congress) एनसीपी (NCP) और शिवसेना (Shivsena) में सब ठीक नहीं चल रहा है.
महाराष्ट्र की सियासी जमीन पर खींचतान जारी
दरअसल, महाराष्ट्र में जबसे यह महाविकास अघाड़ी सरकार बनी है, तबसे ही राजनीति में खींचतान जारी है. शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने गठबंधन तो कर लिया था, लेकिन साल बीतने को आए अब भी यह लगा ही रहता है कि गांठ अब खुली कि तब. खासकर कांग्रेस के साथ अधिक ही कमजोरी वाला रिश्ता निभ रहा है.
हाल ही में जब राजस्थान में उबाल आया तो महाराष्ट्र में भी इसका कंपित असर दिखा था. इसी बीच कुछ ऐसे पोस्टर सामने आए जिनमें शिवसेना और NCP के नेता तो थे लेकिन कांग्रेसी चेहरे नहीं दिख रहे थे.
यह भी पढ़िएः जनसंघ नेता की जयंती पर Ajit Pawar ने पहले किया ट्वीट, फिर किया डिलीट
साल भर रहे हमलावर, अब मुलाकात क्यों?
अब शिवसेना और भाजपा की बात करें, तो बीते साल चुनाव के बाद ही दोनों दलों में तल्खी आ गई थी. शिवसेना ने भाजपा के साथ चुनाव लड़ा था, लेकिन बाद में सीएम पद ने दोनों पार्टियों के बीच में खटाई का काम किया. देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) कुछ घंटों के सीएम भी बने, लेकिन फिर जैसे-तैसे कोर्ट-कचहरी होने के बाद उद्धव ठाकरे सीएम बने.
खुद संजय राउत (Sanjay Raut) भी एक साल से भाजपा पर हमलावर रहे हैं. कभी अपनी शेरो-शायरी के जरिए तो कभी मुखपत्र सामना के जरिए उन्होंने खूब हमले किए हैं, ऐसे में अगर राउत (Sanjay Raut) खुद फडणवीस (Devendra Fadnavis) से मिल रहे हैं तो कुछ तो बात है!
हालांकि भाजपा ने बताई है मुलाकात की वजह
भाजपा ने इस उठते धुएं को दबाने की कोशिश की है. महाराष्ट्र भाजपा के मुख्य प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने कहा यह मुलाकात कोई राजनीतिक मायने नहीं रखती है. उन्होंने ट्वीट किया, 'राउत (Sanjay Raut) शिवसेना के मुखपत्र सामना के लिए देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) का इंटरव्यू करना चाहते थे.
माजी मुख्यमंत्री @Dev_Fadnavis आणि शिवसेना नेते @rautsanjay61 यांची भेट झाली आहे. संजय राऊत यांनी सामनासाठी देवेंद्र फडणवीस यांची मुलाखत घेण्याची इच्छा प्रदर्शित केली होती. त्यावर या मुलाखतीसाठी एकदा भेटण्याचे ठरले होते. ती संपूर्ण मुलाखत अनएडिटेड जावी...1
— Keshav Upadhye (@keshavupadhye) September 26, 2020
बस इसी को लेकर दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई है. उपाध्ये ने कहा, 'फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने राउत (Sanjay Raut) को इस बात की जानकारी दी थी कि वह जब बिहार के चुनाव प्रचार से लौट आएंगे तब वह इंटरव्यू देंगे.'
यह भी पढ़िएः BJP: JP Nadda ने नई टीम की घोषणा की, इन नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी
देश और दुनिया की हर एक खबर अलग नजरिए के साथ और लाइव टीवी होगा आपकी मुट्ठी में. डाउनलोड करिए ज़ी हिंदुस्तान ऐप. जो आपको हर हलचल से खबरदार रखेगा...