अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों को खुदाई में मिली बीयर की प्राचीन फैक्टरी

अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों को खुदाई में बीयर की प्राचीन फैक्टरी मिली है. यह प्राचीन मिस्र के सबसे प्रमुख पुरातत्व स्थलों में शुमार एक स्थल पर मिली सबसे पुरानी बीयर फैक्टरी हो सकती है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Feb 14, 2021, 04:42 PM IST
  • अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरन मिली बीयर की प्राचीन फैक्टरी
  • यह फैक्टरी नील नदी के पश्चिम में प्राचीन कब्रिस्तान एबिडोस में मिली है
अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों को खुदाई में मिली बीयर की प्राचीन फैक्टरी

नई दिल्ली: हमने कई बार देखा या सुना है कि खुदाई के दौरान कोई प्राचीन पुरात्व मिला है. लेकिन इस बार खुदाई में ऐसी चीज सामने आई जो सभी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है.

दरअसल अमेरिका और मिस्र के पुरातत्वविदों को खुदाई में बीयर की प्राचीन फैक्टरी मिली है. यह प्राचीन मिस्र के सबसे प्रमुख पुरातत्व स्थलों में शुमार एक स्थल पर मिली सबसे पुरानी बीयर फैक्टरी हो सकती है. एक शीर्ष पुरातत्व अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.

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प्राचीन वस्तुओं की सर्वोच्च परिषद के महासचिव मुस्तफा वजीरी ने कहा कि यह फैक्टरी नील नदी के पश्चिम में प्राचीन कब्रिस्तान एबिडोस में मिली है, जो दक्षिणी काहिरा से 450 किलोमीटर दूर है. उन्होंने कहा कि यह फैक्टरी किंग नारमेर के क्षेत्र में स्थित है. जिन्हें पहले वंश काल (3150 ईसा.पूर्व से 2613 ईसा.पूर्व) की शुरुआत में प्राचीन मिस्र के एकीकरण के लिये जाना जाता है.

इसी के साथ वजीरी ने कहा कि पुरातत्वविदों को आठ इकाईयां मिली हैं. प्रत्येक इकाई 20 मीटर (करीब 65 फुट) लंबी, 2.5 मीटर (करीब आठ फुट) चौड़ी है. इनमें मिट्टी के लगभग 40 बर्तन मिले हैं जो बीयर के उत्पादन के लिए अनाज और पानी के मिश्रण को गर्म करने मे काम आते होंगे.

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इस संयुक्त अभियान की सह-अध्यक्षता न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय के फाइन आर्ट्स संस्थान के डॉक्टर मैथ्यू एडम्स और प्रिंस्टन विश्वविद्यालय में प्राचीन मिस्र इतिहास एवं पुरातत्व के सहायक प्राध्यापक डेबोरा विसचाक ने की थी.

एडम्स ने कहा कि बीयर से होने वाली शाही रस्मों को पूरा करने के लिये इस इलाके में यह फैक्टरी लगाई गई होगी। उन्होंने कहा कि पुरातत्वविदों को ऐसे सबूत मिले हैं जो प्राचीन मिस्र में बलि प्रथाओं के दौरान बियर के इस्तेमाल को दर्शाते हैं.

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प्राचीन वस्तुओं से संबंधित मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन के पुरातत्वविदों ने सबसे पहले 1900 की शुरुआत में इस फैक्टरी के अस्तित्व का उल्लेख किया था. लेकिन उन्हें यह नहीं पता चल सका था कि यह किस जगह मौजूद है.

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