नई दिल्ली: Rajasthan Assembly Elections 2023: राजस्थान के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. भाजपा परिवर्तन संकल्प यात्रा के जरिए प्रदेश की सत्ता में अपनी वापसी का रास्ता देख रही है. लेकिन इस बीच जोधपुर के सूरसागर की महिला भाजपा विधायक ने ऐसा बयान दे दिया, जिससे आलाकमान भी चौंक गया. 90 साल की विधायक सूर्यकांता व्यास (Suryakanta Vyas) ने कहा है कि मैं जब तक जिंदा हूं, चुनाव लड़ती रहूंगी और किसी को सूरसागर से टिकट भी नहीं लेने दूंगी. हाल ही में उन्होंने केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह के लिए कहा कि वे पैदा भी नहीं हुए थे, तब से मैं भाजपा में हूं.
कौन हैं सूर्यकांता व्यास
सूर्यकांता व्यास जोधपुर के सूरसागर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. प्रदेशभर के नेता और कार्यकर्ता इन्हें जीजी कहकर बुलाते हैं. यहां तक खुद प्रधानमंत्री मोदी भी उनसे आशीर्वाद लेते हुए नजर आए हैं. वे राज्य के सबसे बुजुर्ग विधायकों में से एक हैं. वे 1990 से अब तक करीब 7 बार चुनाव लड़ चुकी हैं. साल 2008 से वे लगातार सूरसागर से विधायक हैं.
सूर्यकांता व्यास भले ही भाजपा में हों, लेकिन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से उनके पारिवारिक संबंध हैं. खुद गहलोत भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं. दोनों कई मौकों पर एक-दूसरे की तारीफ करते दिखे हैं. हालांकि, अशोक गहलोत के लिए व्यास राजनीतिक रूप से हमेशा चुनौती पैदा करती आई हैं. मारवाड़ में जोधपुर गहलोत के प्रभाव वाला इलाका है, फिर भी सूरसागर सीट पर कांग्रेस 10 में से 4 चुनावों में ही जीत पाई है.
केंद्रीय मंत्री ने कसा था तंज
बीते दिनों ही भाजपा के वरिष्ठ विधायक और वसुंधरा राजे के करीबी कैलाश मेघवाल ने केंद्रीय मंत्री अर्जुनलाल मेघवाल के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. इसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. फिर सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने मुख्यमंत्री गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि जो काम राजा-महाराजाओं ने नहीं किया, वो गहलोत ने कर दिखाया. इस पर केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने व्यास और कैलाश मेघवाल पर तंज कसते हुए कहा, 'बुढ़ापा बचपन जैसा होता है, गलतियां हो जाती हैं. व्यास 90 साल के करीब हो गई हैं. मुंशी प्रेमचंद ने एक कहानी में कहा है कि बुढ़ापे में बचपन लौट आता है.'
व्यास ने किया पलटवार
गजेंद्र शेखावत के बयान के बाद व्यास ने पलटवार करते हुए कहा, 'गजेंद्र की जितनी उम्र नहीं उससे ज्यादा साल मैंने पार्टी में बिताए हैं. वो मेरे पुत्र के समान हैं, मैं उनकी बात का बुरा नहीं मानती. लेकिन उन्होंने कैलाश मेघवाल के साथ मेरी तुलना कैसे की. जो बात उन्होंने बोली है, शायद उनको शोभा देती होगी.'
'डंके के चोट पर चुनाव लडूंगी'
सूर्यकांता व्यास ने भाजपा आलाकमान को चुनौती पेश करते हुए कहा कि मैं डंके के चोट पर चुनाव लडूंगी. मैं जब तक जिंदा हूं, चुनाव लड़ती रहूंगी और अपने क्षेत्र से किसी और को टिकट नहीं लेने दूंगी. मेरी चुनावी तैयारियां जोरदार तरीके से चल रही हैं, इस बार भाजपा सरकार बनाएगी. बता दें कि भाजपा इस बार नए चेहरों को मौका देने की बात कह चुकी है, ऐसे में व्यास इस इस बयान के कई राजनीतिक मायने हैं.
ये भी पढ़ें- क्या राजस्थान में बीजेपी कार्यकर्ता महसूस कर रहे हैं 'लोकप्रिय चेहरे' की कमी?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.