नई दिल्ली: डायरेक्टर पान नलिन (Pan Nalin) की गुजराती फिल्म 'छेलो शो' (Chhello Show) को कुछ समय पहले ही ऑस्कर (Oscar) के लिए भारत की ऑफिशियल एंट्री के रूप में चुना गया है. इसके बाद से ही अचानक फिल्म को लेकर काफी चर्चा शुरू हो गई है. जहां एक ओर कुछ लोग इससे खुश हैं, वहीं, कई लोग ऐसे भी जिन्होंने इस पर हंगामा खड़ा कर दिया है. अब फिर से फिल्म को लेकर एक नया विवाद सामने आ गया है. इस बार FWICE ने इसका विरोध किया है.
FWICE का बड़ा दावा
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज (FWICE) का कहना है कि 'छेलो शो' भारतीय फिल्म है ही नहीं. उन्होंने यहां तक कह दिया है कि जूरी ने फिल्म का सही सेलेक्शन नहीं किया है और जूरी को भी डिजॉल्व कर दिया जाना चाहिए. FWICE के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि भारत से 'कश्मीर फाइल्स' और 'आरआरआर' जैसी फिल्में थीं, लेकिन जूरी ने एक विदेशी फिल्म को चुन लिया है.
बीएन तिवारी ने की जूरी भंग करने की बात
बीएन तिवारी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा है कि वह चाहते फिल्म का फिर से चुनाव किया जाए और तत्काल जूरी को भंग कर दिया जाए. उन्होंने दावा किया है कि जूरी के आधे सदस्य कई सालों से इसका हिस्सा बने हुए और इनमें से ज्यादातर लोग तो फिल्में तक नहीं देखते. तिवारी के अनुसार अगर 'छेलो शो' ऑस्कर के लिए भेजी गई तो इससे भारत का नाम बहुत खराब होगा.
'छेलो शो' को बताया जा रहा है कॉपी
गौरतलब है कि 'छेलो शो' की तुलना हॉालीवुड फिल्म 'सिनेमा पैराडाइसो' से की जा रही है. अशोक पंडित ने भी कुछ समय पहले
'छेलो शो' को 'सिनेमा पैराडाइसो' की कॉपी बताया था. उन्होंने कहा था FFI ने गलती कर दी है, क्योंकि ये फिल्म तो कॉपी है. इसलिए इसे रिजेक्ट कर देना चाहिए.
इस दिन भारत में रिलीज होगा 'छेलो शो'
बता दें कि इस फिल्म को ऑस्कर के लिए चुने जाने की घोषणा फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (FFI) ने की थी. इसका इंग्लिश टाइटर 'लास्ट फिल्म शो' रखा गया है. यह 14 अक्टूबर को भारत में रिलीज किया जाने वाला है. यह एक 9 साल के बच्चे की कहानी है, जो सिनेमाघर के प्रोजेक्शन रूम में घुसकर टेक्नीशियन को खाने की लालच देखर फिल्म देखता है और यहीं उसकी पूरी जिंदगी बदल जाती है.
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