नई दिल्ली: एआर रहमान (AR Rahman) ने अपनी रुहानी आवाज का जादू दुनियाभर के लोगों पर चलाया है. यही कारण है कि उन्हें सुरों का बेताज बादशाह भी कहा जाता है. हालांक, रहमान अपने संगीत के अलावा सटीक बयानों की वजह से काफी चर्चा में रहे हैं. अब फिर उन्होंने कुछ ऐसा कि वह सुर्खियों में हैं. रहमान ने हाल ही में बताया कि वह भावनात्मक रूप से मुश्किल पलों से कैसे उबरते हैं. सिंगर ने इसका पूरा श्रेय अपनी मां को दिया है. इसके अलावा रहमान ने खुलासा किया कि उन्हें एक वक्त था जब उन्हें आत्महत्या के ख्याल आते थे.
जिंदगी के करियर पर की रहमान ने बात
दरअसल, हाल ही में ए आर रहमान ने ऑक्सफोर्ड यूनियन डिबेटिंग सोसाइटी के स्टूडेंट्स की एक सभा को संबोधित किया, जहां उनसे उनकी निजी जिंदगी और करियर को लेकर सवाल किए गए. यहां रहमान से पूछा गया कि वह अध्यात्म पर ज्यादा बात क्यों नहीं करते? इस पर उन्होंने कहा, 'हम सभी का बुरा वक्त रहा है. एक बात तो निश्चित है, यह इस दुनिया में एक छोटी सी यात्रा है. हम पैदा हुए हैं और हम चलते जा रहे हैं. हमारे लिए कोई स्थायी जगह नहीं है. हम कहां जा रहे हैं, कोई नहीं जानता. यह बात हर व्यक्ति की कल्पना और विश्वास पर निर्भर करती है.'
बचपन में आते थे ऐसे ख्याल
रहमान ने आगे खुलासा करते हुए बताया कि जब वह छोटे थे तो उन्हें आत्महत्या के ख्याल आते थे और तब सिर्फ उनकी मां के शब्दों ने ही उनकी मदद की. रहमा ने कहा, 'जब मैं छोटा था तो मेरे मन में आत्महत्या के ख्याल आने लगे थे. मेरी मां मुझे समझाती थीं कि जब आप दूसरों के लिए जीने लगेंगे तो इस तरह के ख्याल आपके मन में कभी नहीं आएंगे. यह मेरी मां द्वारा दी गई खूबसूरत सलाहों में से एक है. जब भी हम दूसरों के जीने लगते हैं तब हम जिंदगी का असल मतलब समझते हैं और स्वार्थी नहीं बन पाते.'
आशा के साथ आगे बढ़ते हैं रहमान
रहमान ने आगे कहा, 'मैंने इसे बहुत गंभीरता से लिया, जब भी आप चाहे किसी चीज के लिए कुछ लिख रहे हों, किसी जरूरतमंद के लिए भोजन खरीद रहे हों या आप सिर्फ किसी को देखकर मुस्कुरा ही क्यों न रहे हों, ये ऐसी चीजें हैं जो हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं. कोई असाधारण चीज आपका इंतजार कर रही हो सकती है. अगर आपके पास इन सभी चीजों के साथ आशा है, तो यही मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है.'