Mauni Amavasya 2024: आज या कल, कब है मौनी अमावस्या? जानिए शुभ मुहूर्त, योग और राहुकाल

Mauni Amavasya 2024: आज मौनी अमावस्या है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करना शुभ माना जाता है. माघ अमावस्या आज सुबह 08:02 बजे शुरू होगी और कल सुबह 04:28 बजे समाप्त होगी. इस बार मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही वारियान योग का अद्भुत संयोग बनेगा. इस संयोग पर भगवान विष्णु की पूजा विशेष शुभ मानी जाती है. मान्यतानुसार इन योगों में पूजा, जप, तप और दान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

Written by - Dr. Anish Vyas | Last Updated : Feb 9, 2024, 07:06 AM IST
  • आज के दिन मौन व्रत रखा जाता है
  • भगवान विष्णु की पूजा की जाती है
Mauni Amavasya 2024: आज या कल, कब है मौनी अमावस्या? जानिए शुभ मुहूर्त, योग और राहुकाल

नई दिल्लीः Mauni Amavasya 2024: आज मौनी अमावस्या है. माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को माघी अमावस्या भी कहा जाता है. इस दिन किसी पवित्र नदी में स्नान के बाद दान करना शुभ माना जाता है. माघ अमावस्या आज सुबह 08:02 बजे शुरू होगी और कल सुबह 04:28 बजे समाप्त होगी. इस बार मौनी अमावस्या के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही वारियान योग का अद्भुत संयोग बनेगा. इस संयोग पर भगवान विष्णु की पूजा विशेष शुभ मानी जाती है. मान्यतानुसार इन योगों में पूजा, जप, तप और दान करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

आज के दिन मौन व्रत रखा जाता है
मौनी अमावस्या का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन स्नान, ध्यान, पूजा, तप और दान पुण्यदायक माना जाता है. हर साल माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी के अगले दिन मौनी अमावस्या मनाई जाती है. इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन मौन व्रत रखा जाता है. हालांकि गृहस्थ लोगों के लिए दिन भर मौन रह पाना थोड़ा मुश्किल है. ऐसे में गृहस्थ लोग पूजा-पाठ करने के बाद अपना मौन व्रत खोल सकते हैं.

जानिए आज का पंचांग
तारीखः 9 फरवरी
वारः शुक्रवार
तिथिः चतुर्दशी (सुबह 8.03 बजे तक इसके बाद अमावस्या)

मासः माघ
पक्षः कृष्ण
नक्षत्रः श्रवण (रात 11.29 बजे तक इसके बाद धनिष्ठा नक्षत्र)

करणः शकुनि (सुबह 8.03 बजे तक इसके बाद किस्तुघ्न करण)
योगः व्यतीपात योग (शाम 7.07 बजे तक इसके बाद वरीयान योग)

सूर्योदयः सुबह 7.04 बजे
सूर्यास्तः शाम 6.06 बजे तक
दिशाशूलः पश्चिम

विक्रमी संवतः 2080
शक संवतः 1945 शोभकृत

चन्द्रबल और ताराबल
ताराबलः अश्विनी, कृत्तिका, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुष्य, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, मूल, उत्तराषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद
चन्द्रबलः मेष, कर्क, सिंह, वृश्चिक, मकर, मीन

आज का शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त सुबह 5.21 बजे से 6.13 बजे तक रहेगा. विजय मुहूर्त दोपहर 2.56 बजे से 3.10 बजे तक रहेगा. इसके अलावा गोधूलि बेला शाम 6.04 बजे से 6.30 बजे तक रहेगी. वहीं अमृत काल सुबह 8.27 बजे से 9.50 बजे तक रहेगा. निशीथ काल आधी रात 12.09 से 1.01 बजे तक रहेगा.

आज का अशुभ मुहूर्त

आज राहुकाल दोपहर 10.30 बजे से 12 बजे तक रहेगा. यमगंड दोपहर 3.30 बजे से 4.30 बजे तक रहेगा. गुलिक काल सुबह 7.30 बजे से 9 बजे तक रहेगा. इसी तरह दुर्मुहूर्त काल सुबह 9.17 बजे से 10.01 बजे तक रहेगा. इसके बाद दोपहर 12.58 बजे से 1.42 बजे तक रहेगा.

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

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