China-America Trade War: अमेरिका जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ के साथ गठबंधन को मजबूत कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जून में बीजिंग की दो दिवसीय यात्रा की थी, जो पिछले पांच वर्षों में चीन में सबसे बड़ी बैठक थी.
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America-China Conflict: अमेरिका ने चीन के साथ बिगड़ते संबंधों को सुधारने की कवायद शुरू की है. इस सिलसिले में अमेरिका की वाणिज्य मंत्री जीना रायमोंडो चीन का दौरा करेंगी. राष्ट्रपति जो बाइडन की सरकार चाहती है कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच जो संबंध बिगड़े हैं, वे सुधर जाएं.
क्या अमेरिका-चीन के सुधरेंगे संबंध?
बाइडन कैबिनेट में शामिल रायमोंडो आर्थिक संबंध को पूरी जिम्मेदारी से मैनेज करने की अमेरिकी कोशिश से समझौता किए बिना व्यावहारिक होने का वादा करती हैं. रायमोंडो ने कॉम्पिटिशन को बढ़ावा देने, बराबर लेवल पर कॉम्पिटिशन, नियमों के मुताबिक चलने को बढ़ावा देने को लेकर बीजिंग-शंघाई में चीनी अधिकारियों और अमेरिकी व्यापार जगत के नेताओं के साथ बैठक की योजना बनाई है.
उन्होंने शनिवार को वॉशिंगटन से रवाना होने से पहले कहा, 'मैं चुनौतियों के बारे में भी बहुत रियलिस्टिक और साफ नजरिए वाली हूं. ये चुनौतियां जरूरी हैं. उनका यह दौरा बुधवार को खत्म होगा.
मंत्री ने कहा कि वह कार्रवाई के लायक ठोस कदम उठाना चाहती हैं जहां दोनों देश कॉमर्शियल रिलेशन्स को आगे बढ़ा सकें. उन्होंने इसका थोड़ा ब्योरा भी दिया. चर्चा का एक मुद्दा अमेरिका में चीनी लोगों की यात्रा और टूरिज्म को बढ़ावा देना है.
ये है अमेरिका का प्लान
रायमोंडो ने हाल ही में अमेरिका जाने वाले बड़े चीनी समूहों पर प्रतिबंधों में ढील की बात कही. जुलाई में वित्त मंत्री जेनेट येलेन की चीन यात्रा की तरह रायमोंडो की यात्रा का भी मकसद विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बढ़ते तनाव के समय आर्थिक विकास पर चीन के साथ साझेदारी करने की प्रशासन की इच्छा को दिखाना है.
अमेरिका इसी के साथ जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय संघ के साथ गठबंधन को मजबूत कर रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जून में बीजिंग की दो दिवसीय यात्रा की थी, जो पिछले पांच वर्षों में चीन में सबसे बड़ी बैठक थी. ब्लिंकन ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की और दोनों के बीच अमेरिका-चीन संबंधों को स्थिरता देने पर सहमति बनी, लेकिन दोनों देशों की सेनाओं के बीच बेहतर कम्युनिकेशन पर सहमति नहीं बन सकी.
(इनपुट-AP)