'...तो अगली बार युद्ध का कार्यक्रम आगे बढ़वा दूंगा', यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्यों दिया ऐसा बयान?
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'...तो अगली बार युद्ध का कार्यक्रम आगे बढ़वा दूंगा', यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्यों दिया ऐसा बयान?

Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन की बीच जारी जंग से हालात काफी बिगड़ चुके हैं. अमेरिका अब इस युद्ध में एंट्री लेने की प्लानिंग कर रहा है और इसी के तहत रोमानिया में अमेरिकी फाइटर जेट्स की तैनाती की गई है. दूसरी ओर तुर्की जैसे देश इस युद्ध के लिए नाटो को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.

'...तो अगली बार युद्ध का कार्यक्रम आगे बढ़वा दूंगा', यूक्रेन के राष्ट्रपति ने क्यों दिया ऐसा बयान?

नई दिल्ली: रूसी हमले के बाद यूक्रेन में हालात बिगड़ते जा रहे हैं. अब रूसी सैनिक राजधानी कीव से कुछ ही दूरी पर रह गए हैं और ऐसे में यूक्रेन के लोगों को हथियार बांटे जा रहे हैं ताकि वह रूसी सैनिकों का डटकर मुकाबला कर सकें. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति को इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी से भी बातचीत करनी थी लेकिन युद्ध के बाद बिगड़ते हालात के चलते यह वार्ता टाल दी गई.

  1. रूसी हमले के बाद यूक्रेन में बिगड़े हालात
  2. इटली के PM से वार्ता नहीं कर पाए जेलेंस्की
  3. कीव में सुनाई दिया सायरन, हमले का अलर्ट जारी

'युद्ध का कार्यक्रम आगे बढ़वा दूंगा...'

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि अगली बार बातचीत के लिए युद्ध कार्यक्रम को आगे बढ़वा दूंगा. असल में शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे यूक्रेन के राष्ट्रपति और इटली के प्रधानमंत्री की फोन पर बातचीत होनी थी. लेकिन जंग की वजह से राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की तय समय पर बातचीत में शामिल नहीं हो पाए. इसके बाद उन्होंने तंज करते हुए एक ट्वीट किया है.

इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बातचीत करने की कोशिश की लेकिन बातचीत नहीं हो पाई. फिर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ट्वीट कर कहा कि सुबह साढ़े 10 बजे चेर्निहिव, होस्टोमल, मेलिटोपोल में भारी लड़ाई चल रही थी, अगली बार वह इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी के साथ बातचीत करने के लिए युद्ध के कार्यक्रम को आगे बढ़ा देंगे.

रूस ने बातचीत के लिए रखी शर्त

यूक्रेन के राष्ट्रपति का यह ट्वीट एक तरह से रूस पर निशाना था और वह खुद को मजबूत दिखाने की कोशिश कर रहे थे. इसके साथ ही राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अपने लोगों की रक्षा के लिए लड़ता रहेगा. दूसरी तरह रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन से बातचीत की पेशकश की है. लेकिन उन्होंने इसके लिए शर्त रखी कि अगर यूक्रेन की सेना हथियार डाल दे तभी रूस बातचीत को तैयार है. 

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