India at UN: भारत ने कहा, ‘हमने नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. साथ ही, हम जानते हैं कि इसका तात्कालिक कारण 7 अक्टूबर को इजराइल में हुए आतंकवादी हमले थे, जो चौंकाने वाले थे और हमारी स्पष्ट निंदा के पात्र थे.'
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Israel-Hamas War: संयुक्त राष्ट्र में भारत ने इजराइल और हमास के बीच चल रहे युद्ध में नागरिक जीवन के नुकसान की कड़ी निंदा करते हुए इसे 'स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य' बताया. यूएन में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, ‘इजरायल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष से बड़े पैमाने पर नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की जान चली गई है और इसके परिणामस्वरूप एक खतरनाक मानवीय संकट पैदा हो गया है. यह स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है.’
कंबोज ने कहा, ‘हमने नागरिकों की मौत की कड़ी निंदा की है. साथ ही, हम जानते हैं कि इसका तात्कालिक कारण 7 अक्टूबर को इजराइल में हुए आतंकवादी हमले थे, जो चौंकाने वाले थे और हमारी स्पष्ट निंदा के पात्र थे. भारत का आतंकवाद के प्रति शून्य-सहिष्णुता का दृष्टिकोण है.’
स्थिति को सामान्य बनाने में भारत के प्रयासों का उल्लेख
पश्चिम एशिया में मौजूदा स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की एक बैठक को संबोधित करते हुए, कंबोज ने क्षेत्र में चल रही स्थिति को सामान्य बनाने और गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने के लिए भारत के निरंतर प्रयासों पर प्रकाश डाला.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी दूत ने कहा, ‘भारत का नेतृत्व इजरायल और फिलिस्तीन सहित क्षेत्र के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में है. हमने जी20, ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय मंचों और नवंबर 2023 में ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन में भी अपने विचार व्यक्त किए हैं और हमने इस मुद्दे पर अपनी दीर्घकालिक और प्रमुख स्थिति को दोहराया है. हमने प्रभावित आबादी के लिए निरंतर मानवीय सहायता की अपील की और इस संबंध में, हमें उम्मीद है कि सुरक्षा परिषद संकल्प 2720 मानवीय सहायता बढ़ाने में सहायता करेगा.’
'भारत ने फिलिस्तीन को भेजी मानवीय मदद'
कंबोज ने कहा, ‘भारत ने अब तक 70 टन मानवीय सहायता प्रदान की है, जिसमें फिलिस्तीन के लोगों को 16.5 टन दवा और मेडिकल सप्लाई और 50 लाख डॉलर शामिल हैं. इसका आधा हिस्सा दिसंबर में संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी को दिया गया जो फिलिस्तीनियों के बीच काम करती है.‘
(इनपुट - एजेंसी)