Statue of Liberty: जिस स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी पर इतराता है अमेरिका, वो उसका है ही नहीं! 248 साल पहले इस देश ने किया था गिफ्ट
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Statue of Liberty: जिस स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी पर इतराता है अमेरिका, वो उसका है ही नहीं! 248 साल पहले इस देश ने किया था गिफ्ट

Statue of Liberty History: आज की पीढ़ी के लिए यह तथ्य रोचक हो सकता है कि ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ अमेरिका को फ्रांस की तरफ से उपहार में मिली थी और इस विशाल मूर्ति को 17 जून के ही दिन अमेरिका को सौंपा गया था. 

Statue of Liberty: जिस स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी पर इतराता है अमेरिका, वो उसका है ही नहीं! 248 साल पहले इस देश ने किया था गिफ्ट

Statue of Liberty History: हर देश में कोई न कोई ऐसा स्थान, स्मारक, पर्यटन स्थल या भवन होता है, जो उसकी पहचान होता है. ताजमहल को भारत की पहचान के तौर पर देखा जा सकता है तो ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ को अमेरिका की पहचान कहा जा सकता है. आज की पीढ़ी के लिए यह तथ्य रोचक हो सकता है कि ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ अमेरिका को फ्रांस की तरफ से उपहार में मिली थी और इस विशाल मूर्ति को 17 जून के ही दिन अमेरिका को सौंपा गया था. आइये आपको बताते हैं ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों के बारे में.

फ्रांस और अमेरिका ने मिलकर बनाया

चार जुलाई, 1776 को अमेरिका की स्वतंत्रता की स्मृति में फ्रांसीसियों द्वारा उपहार स्वरूप दिए गए ‘स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी’ का निर्माण फ्रांस और अमेरिका दोनों के संयुक्त प्रयासों से किया गया था. दोनों देशों की सरकारों के बीच हुए एक समझौते के तहत अमेरिकी लोगों ने इस मूर्ति का आधार बनाया, जबकि फ्रांसीसी लोगों ने मूर्ति को आकार और स्वरूप दिया. तांबे की यह शानदार मूर्ति अमेरिका के न्यूयार्क शहर के मैनहट्टन में ‘लिबर्टी द्वीप’ पर स्थित है.

तांबे की पतली चादरों से बनी है

आजादी की प्रतिमा (स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी) संयुक्त राज्य अमेरिका और स्वतंत्रता और लोकतंत्र के आदर्शों का एक प्रतिष्ठित प्रतीक है. यह मूर्ति फ्रांस से अमेरिका को उपहार के रूप में दी गई थी और 28 अक्टूबर 1886 को इसका उद्घाटन किया गया था. इसका निर्माण फ्रांसीसी मूर्तिकार फ्रेडरिक ऑगस्टे बार्थोल्डी ने किया था और इसका इंजीनियरिंग गुस्ताव एफिल ने किया था. जो एफिल टॉवर के डिजाइनर भी थे. यह मूर्ति तांबे की पतली चादरों से बनी है, जो एक लोहे के ढांचे पर समर्थित है. प्रतिमा की ऊंचाई 305 फीट (93 मीटर) है, जिसमें आधार भी शामिल है.

मूर्ति के सिर पर सात किरणें

यह प्रतिमा रोमन देवी लिबर्टास का प्रतिनिधित्व करती है. मूर्ति के दाहिने हाथ में एक टॉर्च है, जो ज्ञान और आशा का प्रतीक है. बाएं हाथ में एक टैबलेट है जिस पर अमेरिकी स्वतंत्रता की घोषणा की तारीख 4 जुलाई 1776 अंकित है. मूर्ति के सिर पर सात किरणें हैं, जो स्वतंत्रता के सात महाद्वीपों और सात समुद्रों का प्रतिनिधित्व करती हैं.

मूर्ति के बारे में कुछ रोचक तथ्य

यह प्रतिमा दुनिया भर से लाखों आगंतुकों को आकर्षित करती है. यह अमेरिकी सपने और स्वतंत्रता और अवसर की भूमि के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका की छवि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.

1.स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी का मुकुट 25 खिड़कियों से बना है, जो अमेरिका में 25 रत्नों का प्रतिनिधित्व करते हैं.

2.मूर्ति के अंदर एक सीढ़ी है जो मुकुट तक जाती है.

3.मूर्ति की टॉर्च में 24 कैरेट सोने की परत चढ़ाई गई है.

4.1984 में स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था.

पूरी दुनिया को देती है प्रेरणा

स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी एक प्रेरणादायी प्रतीक है जो दुनिया भर के लोगों को स्वतंत्रता, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए प्रेरित करती है. यह एक स्थायी स्मारक है जो अमेरिकी लोगों की आत्मा और संयुक्त राज्य अमेरिका के आदर्शों का प्रतिनिधित्व करता है.

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