Whistleblower Vs Boeing: ‘प्लेन के टुकड़ों पर लोगों को कूदते देखा’- बोइंग के खिलाफ व्हिसलब्लोअर के गंभीर आरोप
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Whistleblower Vs Boeing: ‘प्लेन के टुकड़ों पर लोगों को कूदते देखा’- बोइंग के खिलाफ व्हिसलब्लोअर के गंभीर आरोप

Boeing News:  बोइंग इंजीनियर, व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर का आरोप है कि बोइंग ने अपने 777 और 787 ड्रीमलाइनर जेट का निर्माण करते समय शॉर्टकट अपनाया.

Whistleblower Vs Boeing: ‘प्लेन के टुकड़ों पर लोगों को कूदते देखा’- बोइंग के खिलाफ व्हिसलब्लोअर के गंभीर आरोप

Boeing And Whistleblower Allegations:एक व्हिसलब्लोअर द्वारा बोइंग के दो वाइडबॉडी जेट मॉडलों के बारे में बार-बार चिंता जताने के बाद फेडरल अधिकारियों का कहना है कि वे बोइंग की जांच कर रहे हैं. बोइंग इंजीनियर, व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपुर का आरोप है कि बोइंग ने अपने 777 और 787 ड्रीमलाइनर जेट का निर्माण करते समय शॉर्टकट अपनाया. न्यूयॉर्क टाइम्स ने सबसे पहले व्हिसलब्लोअर की शिकायत के बारे में खबर प्रकाशित की थी. व्हिसलब्लोअर ने फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन में अपनी औपचारिक शिकायत, जनवरी में दायर की थी. इसे मंगलवार को सार्वजनिक किया गया.

मैं बोइंग को सफल देखना चाहता हूं
सालेहपुर ने मंगलवार को कहा कि उनकी शिकायत में 'क्वालिटी से जुड़े दो मुद्दे उठाए गए हैं. उन्होंने मंगलवार को कहा, 'मैं ऐसा इसलिए नहीं कर रहा हूं कि मैं चाहता हूं कि बोइंग नाकाम हो जाए, बल्कि इसलिए कि मैं इसे सफल देखना चाहता हूं और दुर्घटनाओं को होने से रोकना चाहता हूं. लेकिन सच्चाई यह है कि बोइंग जिस तरह चल रहा है, वैसा नहीं चलना चाहिए. मुझे लगता है कि इसे थोड़ा और बेहतर करने की जरूरत है.'

सालेहपुर की वकील लिसा बैंक्स ने कहा कि एफएए ने अपनी जांच के हिस्से के रूप में विह्सलब्लोअर का इंटरव्यू लिया है. एफएए का कहना है कि वह सभी व्हिसलब्लोअर शिकायतों की जांच करता है. एफएए ने कहा, 'कार्रवाई के डर के बिना स्वैच्छिक रिपोर्टिंग एविएशन सेफ्टी में एक महत्वपूर्ण घटक है. हम एविएशन इंडस्ट्री में हर किसी को जानकारी साझा करने के लिए दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं.' सीनेट की एक उपसमिति भी अगले सप्ताह सुनवाई में चिंताओं पर विचार करेगी.

बोइंग ने क्या कहा?
बोइंग ने 777 के बारे में किए गए दावों पर तुरंत कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन 787 के बारे में सालेहपुर की चिंताओं से इनकार किया. कंपनी ने एक बयान में कहा, '787 की संरचनात्मक अखंडता के बारे में ये दावे गलत हैं और विमान की क्वालिटी और दीर्घकालिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बोइंग द्वारा किए गए व्यापक काम का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.’

ड्रीमलाइनर में गैप
कंपनी का कहना है कि बोइंग के 787 ड्रीमलाइनर विमान, (जो 2011 से सेवा में हैं) का जीवनकाल 50 साल का हो सकता है. लगभग 44,000 उड़ानों जितना. लेकिन सालेहपुर की शिकायत में आरोप लगाया गया है कि विमान को असेंबल करने वाले कर्मचारी ढांचे (Fuselage) के अलग-अलग हिस्सों को जोड़ते समय छोटे गैप को ठीक से भरने में नाकाम रहे. सालेहपुर के वकीलों ने आरोप लगाया कि इससे विमान पर अधिक घिसाव होता है, इसका जीवनकाल छोटा हो जाता है और 'विनाशकारी' विफलता का खतरा होता है.

नए नहीं हैं आरोप
ये आरोप पूरी तरह से नए नहीं हैं. 2021 से लगभग दो वर्षों के लिए, एफएए और बोइंग ने कमियों पर ध्यान देते हुए नए ड्रीमलाइनर की डिलीवरी रोक दी थी. बोइंग ने कहा कि उसने अपनी मैन्यूफैक्चरिंग प्रोसेस में बदलाव किए हैं और आखिरकार डिलीवरी फिर से शुरू हो गई.

बोइंग ने कहा, 'हमने अपने प्रॉडक्शन सिस्टम में निरीक्षण और वेरिफिकेशन एक्टिविटी को शामिल किया ताकि प्रॉडक्शन लाइन से आने वाले हवाई जहाज इन विशिष्टताओं को पूरा कर सकें.' 787 ड्रीमलाइनर को ग्राउंडेड नहीं किया गया था, लेकिन एफएए ने जेट की असेंबली प्रोसेस के दौरान क्वालिटी कंट्रोल के बारे में उठाए गए सवालों की दो बार जांच की. कंपनी ने कहा कि विमान उड़ान भरने के लिए सुरक्षित थे और हैं.

सालेहरपुर के वकीलों का दावा
सालेहपुर के वकीलों ने दावा किया एफएए उनकी शिकायत के माध्यम से यह जानकर हैरान था कि कमियां अभी भी एक मुद्दा हैं. सालेहपुर ने दावा किया, 'मैंने सच में हवाई जहाज के टुकड़ों को एक लाइन में करने के लिए लोगों को उन पर कूदते देखा है. ऊपर और नीचे कूदकर, आप पार्ट्स को विकृत कर रहे हैं ताकि छेद अस्थायी रूप से संरेखित हो जाएं... और इस तरह आप हवाई जहाज नहीं बनाते हैं.’

सालेहपुर ने कहा कि 787 और एक अलग विमान मॉडल के बारे में एक और चिंता जताने के बाद बोइंग ने उनके खिलाफ जवाबी कार्रवाई की.

व्हिसलब्लोअर ने शिकायत में कहा गया है कि उसने मैंनेजमेंट को 787 के जुड़ें ड्रिलिंग मुद्दों के बारे में बताया था लेकिन उसे ‘अनदेखा किया गया और अंततः 787 प्रोग्राम से 777 प्रोग्राम में ट्रांसफर कर दिया गया.’ सालेहपुर ने कहा कि उन्होंने बॉडी के टुकड़ों को संरेखित करने के साथ घटिया काम की खोज की, और इंजीनियरों पर उस काम को हरी झंडी देने का दबाव डाला जिसका उन्होंने अभी तक निरीक्षण नहीं किया है.

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