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PHOTOS: आसमान छूती बिल्डिंग में हजारों पेड़! 300 आबादी वाले अपार्टमेंट की तस्वीरें देख हैरान हो रहे लोग

Welcome to the Milan apartments an Eco-Innovation: हमारी धरती (Earth) की तापमान लगातार बढ़ रहा है. हवा में घुलता जहर लोगों को धीरे धीरे मौत की तरफ धकेल रहा है. ऐसी वैश्विक चुनौतियों और संकट के बीच कुछ लोगों ने अपने इनोवेटिव आइडिए से पर्यावरण संरक्षण के साथ जमीन से लेकर आसमान तक हरियाली की छटा बिखेर दी है. यहां पर बात इटली (Italy) के मिलान अपार्टमेंट की जिसकी तस्वीरें ट्रेंड कर रही हैं. क्या है इसकी वजह आइए बताते हैं   

 

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यूरोप (Europe) के इटली (Italy) में प्रकति (Nature) खासकर पेड़ों (Trees) के प्रति आकर्षण का ध्यान रखते हुए शहरी विकास (Urban Devlopment) की बात होती है तो वास्तुकार स्टेफानो बोएरी (Architect Stefano Boeri) का नाम सबसे पहले याद जाता है. वर्टिकल फॉरेस्ट (Vertical Forest) कंसेप्ट को ध्यान में रखते हुए मिलान में उन्होंने जो नायाब अपार्टमेंट बनाया है उससे साबित होता है कि हरियाली सिर्फ जमीन पर नहीं, बल्कि आसमान छूती इमारतों में भी संभव है.

 

Photo: Instagram/@boscoverticalemilano

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इस ग्रीन कॉन्सेप्ट के जरिए बने बॉस्को वर्टिकेल (Bosco Verticale) की तस्वीरें दुनियाभर में वायरल हो रही हैं. क्योंकि यहां की गगनचुंबी इमारतों में एक पूरा का पूरा लंबवत जंगल (Vertical Forest) खड़ा कर दिया गया. जो दिखने में खूबसूरत होने के साथ प्रकति के लिए किसी अनमोल तोहफे से कम नहीं है.

 

Photo: Instagram/@euronewsgreen

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'यूरो न्यूज ग्रीन' में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक आर्किटेक्ट और सिटी प्लानर स्टेफानो बोएरी ने कुछ साल पहले जो नायाब कारीगरी की उसके तहत उन्होंने अगल-बगल बनाई गई दो इमारतों में पेड़-पौधों का पूरा अर्बन फॉरेस्ट तैयार कर दिया था.

 

Photo: Instagram/@euronewsgreen

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मिलान को 70 और 80 के दशक में कमोबेश एक ग्रे सिटी और औद्योगिक नगरी वाला इलाका माना जाता था. इस अपार्टमेंट में 400 घर और कुछ दफ्तर भी हैं. इसका निर्माण पूरा होने के बाद इसके डिजाइन को इंटरनेशनल हाईराइज अवॉर्ड' और 'बेस्ट टॉल बिल्डिंग वर्ल्डवाइड' जैसे बड़े खिताब हासिल हुए.

 

Photo: pierluigi.palazi

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आज मिलान के इस अपार्टमेंट की गिनती देश के खुशहाल और प्रकति प्रेमी लोगों की रिहाइश वाले इलाके के तौर पर होती है. 

 

Photo: Instagram/@boscoverticalemilano

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आज यहां पर 21 हजार पेड़ पौधे मौजूद हैं. कंक्रीट की बसावट वाले इलाके में बने इस शहरी जंगल में 300 लोग रहते हैं. यहां के लोग हमेशा नेचर यानी कुदरत के टच में रहते हैं.

 

Photo: Instagram/@boscoverticalemilano

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दरअसल साल 2007 में स्टेफानो बोएरी दुबई गए थे. वहां उन्होंने महसूस किया कि इमारतों पर जब सूरज की किरणें सीधे पड़ती थीं, तो वहां का तापमान और गर्मी भी बढ़ जाती थी. बोएरी ने वहां का आर्किटेक्चर समझते हुए हाईराइज बिल्डिंग्स में गर्मी रोकने के लिए पेड़-पौधे लगाने का कॉन्सेप्ट तैयार किया था. 

 

Photo: Instagram/@boscoverticalemilano

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