शरीफ ने नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए कहा, 'यदि पीटीआई के संस्थापक को जेल में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो मैं दोहराता हूं-आइए हम देश को आगे ले जाने के लिए एक साथ बैठें. आइए हम देश की बेहतरी के लिए बात करें. आगे बढ़ने का कोई और रास्ता नहीं है.'
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पाकिस्तान की सियासत कब किस तरफ टर्न ले, ये अंदाजा लगाना हमेशा मुश्किल होता है. उसकी एक और बानगी बुधवार को नेशनल असेंबली में उस वक्त देखने को मिली जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने पूर्ववर्ती और राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी इमरान खान को शांति का प्रस्ताव दिया. उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर खान को जेल में तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है तो वह उनके साथ बातचीत कर सकते हैं. दो साल पहले सत्ता से बेदखल होने के बाद से पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) के संस्थापक इमरान खान जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ करीब 200 मामले दर्ज हैं. उनमें से कई में उनको दोषी भी ठहराया गया है.
शरीफ ने नेशनल असेंबली को संबोधित करते हुए कहा, 'यदि पीटीआई के संस्थापक को जेल में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, तो मैं दोहराता हूं-आइए हम देश को आगे ले जाने के लिए एक साथ बैठें. आइए हम देश की बेहतरी के लिए बात करें. आगे बढ़ने का कोई और रास्ता नहीं है.' खान की पीटीआई द्वारा जीते गए 2018 के चुनाव पर टिप्पणी करते हुए शरीफ ने कहा, 'हम चुनावों (में धांधली) के बावजूद संसद में शामिल हुए. मेरे पहले भाषण के दौरान लगाए गए नारे हमेशा इतिहास की किताबों में एक काले अध्याय के रूप में याद किए जाएंगे.'
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'जियो न्यूज' ने शरीफ को उद्धृत करते हुए कहा, 'अगर किसी के साथ अन्याय हो रहा है, तो मेरा मानना है कि न्याय का तराजू पीड़ित के पक्ष में होना चाहिए, इसमें कोई अंतर नहीं है- चाहे वह कोई राजनेता हो या किसी भी क्षेत्र का कोई व्यक्ति हो.' शरीफ (72) ने अफसोस जताते हुए कहा कि जब वह विपक्ष में थे तो उन्होंने एक बार फिर खान के सामने बातचीत का प्रस्ताव रखा था, लेकिन इस तरह के नारे फिर लगाए गए. उन्होंने कहा, 'तो इस कड़वाहट (नेताओं के बीच) के लिए कौन जिम्मेदार है? अब हम हाथ भी नहीं मिलाते हैं.'
PML(N) Vs PTI
पिछले कई वर्षों से इमरान खान और नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) के बीच टकराव चल रहा है. इस साल हुए आम चुनावों के बाद ये टकराहट बढ़ती गई है. आठ फरवरी को हुए चुनावों के सिलसिले में इमरान खान की पार्टी का दावा कि उसने जीत हासिल की है लेकिन चुनावी धांधली की गई है.
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शहबाज शरीफ को जवाब देते हुए नेशनल असेंबली में नेता प्रतिपक्ष उमर अयूब खान ने कहा कि उनकी पार्टी पीटीआई तभी इस बारे में सोचेगी जब उनके नेता इमरान खान समेत जेल में बंद पार्टी कार्यकर्ताओं को रिहा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आप हमारी महिला कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं. 45 डिग्री टेंपरेचर पर आपने उनको जेल की सलाखों के पीछे कैद कर रखा है. हमारे नेता इमरान खान को डेथ सेल में रखा गया. वहां पर अवन की तरह की परिस्थितियां हैं. फॉर्म 47 के जरिये प्रधानमंत्री बनने वाले नेता से हमारा कहना है कि जब हमारे नेता और कार्यकर्ता जेल से रिहा होकर आएंगे और हमको सम्मान मिलेगा तभी ये सदन चल सकेगा.
पाकिस्तान में इस बार के चुनावों पर विपक्ष सवालिया निशान उठाता रहा है. पीटीआई कहती रही है कि फॉर्म 47 में छेड़छाड़ के जरिये उनकी पार्टी को मिले जनादेश को चुरा लिया गया.