जी-20, महिला आरक्षण बिल की अमेरिका में जमकर चर्चा, इन देशों ने भारत को सराहा
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जी-20, महिला आरक्षण बिल की अमेरिका में जमकर चर्चा, इन देशों ने भारत को सराहा

Dr S Jaishankar in Newyork:  विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, इब्सा मंत्रियों की बैठक में शामिल होने के विए न्यूयॉर्क में हैं. खास बात यह रही है कि जितने भी सदस्य देशों के मंत्री इस मीटिंग में शामिल होने के लिए आए उन्होंने सफल जी 20 और महिला आरक्षण बिल की जमकर तारीफ की.

जी-20, महिला आरक्षण बिल की अमेरिका में जमकर चर्चा, इन देशों ने भारत को सराहा

G 20, Women reservation Bill in Newyork:  विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर इस समय इंडिया, ब्राजील और साउथ अफ्रीका मिनस्ट्रीयल मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए अमेरिका के न्यूयॉर्क में हैं. उन्होंने अपने समकक्षों को तीन बड़ी बातें बताईं. उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत में संसद के विशेष सत्र को बुलाया गया था और ऐतिहासिक महिला आरक्षण बिल को पारित किया गया. यह सुन दक्षिण अफ्रीका के इंटरनेशनल रिलेशंस को ऑपरेशन नलेंडी पैंडोर ने कहा कि यह तो प्रगतिशील निर्णय है, उस मीटिंग हॉल में तीन देशों के दर्जन भर डेलीगेट्स के सामने पैंडोर ने ताली बजाकर खुशी जताई.

साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया ने जमकर की तारीफ

यही नहीं जहां एक तरफ महिला आरक्षण बिल पर भारत के लिए तालियां बजीं वहीं आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग ने जी 20 के सफल आयोजन का जिक्र किया.इसके बाक केनेडी रूम में जब ब्रिटेन के साउथ एशिया के मंत्री तारिक अहमद दाखिल हुए तो उन्होंने जी 20 के सफल आयोजन पर बधाई दी. बदले में डॉ एस जयशंकर ने कहा कि वो सभी लोगों को धन्यवाद देते हैं और कहा कि यह एक शिक्षा की तरह है. विदेश मंत्री ने कहा कि सभी सदस्य देशों ने जिस तरह से भारत की दिल खोल कर तारीफ की वो बदलते भारत की ताकत है

यही तो भारत की ताकत है

बहरीन के विदेश मंत्री अब्दुल लतीफ बिन राशिद अल जयानी ने कहा वेल डन भारत. इसके साथ ही उन्होंने इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप आर्थिक गलियारे की तारीफ की. भले ही इस समय कनाडा के आरोपों का मुद्दा छाया हुआ हो यह भारत की कूतनीति की कामयाबी है. जानकार कहते हैं कि यह भारत के लिए गर्व की बात है कि दुनिया के देश ना सिर्फ हमारे कामों को तरजीह दे रहे हैं बल्कि गंभीरता से अब हमारे विचारों को सुनते भी हैं. यही नहीं अगर आप कनाडा के आरोपों को देखें तो पाएंगे कि कोई भी देश जस्टिन ट्रूडो के समर्थन में नहीं बोल रहा है. इससे पता चलता है कि भारत की महत्ता कितनी बढ़ चुकी है.

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