ब्रिटेन: 6 साल रहे PM, अब बने विदेश मंत्री, डेविड कैमरन के 'बिग पॉलिटिकल कमबैक' के मायने?
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ब्रिटेन: 6 साल रहे PM, अब बने विदेश मंत्री, डेविड कैमरन के 'बिग पॉलिटिकल कमबैक' के मायने?

David Cameron Profile: सोमवार को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद जेम्स क्लेवर्ली को यह पद दिया गया है. जेम्स क्लेवर्ली के गृहमंत्री बनने के बाद विदेश मंत्री की कुर्सी खाली हो गई, जिस पर अब डेविड कैमरन की नियुक्ति हुई है.

ब्रिटेन: 6 साल रहे PM, अब बने विदेश मंत्री, डेविड कैमरन के 'बिग पॉलिटिकल कमबैक' के मायने?

David Cameron News: ब्रिटेन की राजनीति में कुछ ऐसा हुआ, जिसे जानकर हर शख्स हैरान रह गया. सोमवार को ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को देश का विदेश मंत्री नियुक्त किया गया. किसी पूर्व प्रधानमंत्री और गैर-सांसद को इतने सीनियर पद पर नियुक्त किया जाना दुर्लभ है. ऋषि सुनक सरकार ने कहा कि कैमरन को संसद के 'उच्च सदन' हाउस ऑफ लॉर्ड्स का सदस्य बनाया जाएगा.  

सोमवार को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन को बर्खास्त कर दिया, जिसके बाद जेम्स क्लेवर्ली को यह पद दिया गया है. जेम्स क्लेवर्ली के गृहमंत्री बनने के बाद विदेश मंत्री की कुर्सी खाली हो गई, जिस पर अब डेविड कैमरन की नियुक्ति हुई है. डेविड कैमरन साल 2010 से लेकर 2016 तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे. ब्रेक्जिट रेफरेंडम में हार मिलने के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था. 9 अक्टूबर 1966 को लंदन में पैदा हुए कैमरन की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड के ब्रासेनोज़ कॉलेज, हीदरडाउन स्कूल, ईटन कॉलेज से हुई है.

बने थे सबसे युवा पीएम

ग्रेजुएशन करने के बाद कैमरन कंजर्वेटिव रिसर्च डिपार्टमेंट के लिए काम करने लगे. 1988 से 1993 तक उन्होंने ट्रेड एंड इंडस्ट्री, एनर्जी और प्राइवेटाइजेशन के लिए काम किया. साल 2001 से लेकर 2005 तक वह सांसद रहे. वक्त के साथ उनका ब्रिटेन की राजनीति में कद बढ़ता जा रहा था. साल 2010 में जब गॉर्डन ब्राउन ने पीएम पद से इस्तीफा दिया तो उनकी ही सिफारिश पर क्वीन एलिजाबेथ II ने कैमरन को सरकार बनाने का न्योता दिया. 43 की उम्र में लॉर्ड लिवरपूल के बाद वह सबसे युवा प्रधानमंत्री बन गए. उन्होंने टोनी ब्लेयर का रिकॉर्ड तोड़ा था. 

कैमरन की वापसी के क्या हैं मायने?

डेविड कैमरन की ब्रिटेन की राजनीति में अप्रत्याशित वापसी ऐसे समय पर हुई है, जब वह पिछले 7 साल से अपनी यादें लिखने और ग्रीनसिल कैपिटल समेत कारोबार में व्यस्त थे. फाइनेंस सिस्टम ध्वस्त हो गया है, जिससे यह सवाल उठ रहे हैं कि कैमरन सरकारी नीति को प्रभावित करने के लिए किस हद तक अपनी स्थिति का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार डेविड कैमरन ने फर्म की पैरवी करने के लिए 2020 में वरिष्ठ मंत्रियों से बार-बार संपर्क किया था.

वापसी पर क्या बोले कैमरन

सुनक कैबिनेट में शामिल होने पर कैमरन ने कहा, हालांकि मैं कुछ व्यक्तिगत निर्णयों से असहमत हो सकता हूं, लेकिन मेरे लिए यह स्पष्ट है कि ऋषि सुनक एक मजबूत और सक्षम प्रधान मंत्री हैं.

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