एक विशाल ग्रह को निगल गया तारा, पृथ्वी के लिए क्यों अहमियत रखती है यह घटना?
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एक विशाल ग्रह को निगल गया तारा, पृथ्वी के लिए क्यों अहमियत रखती है यह घटना?

Astronomy: किसी तारे द्वारा एक ग्रह को निगल जाने की घटना को वैज्ञानिकों ने पहली बार ऑब्जर्व किया है. गृह को निगलने के बाद तारे ने कुछ उगला भी जो कि अलग-अलग पदार्थ के रूप में दिखाई दिया.

एक विशाल ग्रह को निगल गया तारा, पृथ्वी के लिए क्यों अहमियत रखती है यह घटना?

Solar System: पहली बार, वैज्ञानिकों ने किसी ग्रह को निगलते एक तारे को देखा है. विशेषज्ञों का कहना है कि लगभग 5 अरब वर्षों में पृथ्वी को भी इसी सर्वनाश की नियति का सामना करना पड़ेगा. वैज्ञानिकों के मुताबिक एक तारा देखते ही देखते बृहस्पति जितने विशाल ग्रह को निगल गया. गृह को निगलने के बाद तारे ने कुछ उगला भी जो कि अलग-अलग पदार्थ के रूप में दिखाई दिया.

खगोलविदों ने इससे पहले एक ग्रह को तारे द्वारा निगले जाने से ठीक पहले या निगले जाने के बाद तारे को देखा लेकिन यह पहली बार है कि जब एक ग्रह की मृत्यु देखी गई है.मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्‍नॉलजी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्‍नॉलजी के वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस घटना को ऑब्‍जर्व किया

पृथ्वी के लिए क्यों महत्वपूर्ण है यह घटना
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह घटना धरती और धरतीवासियों के लिए महत्वपूर्ण है. ऐसा अनुमान है कि सूर्य जब लाल आग के गोले में बदल जाएगा तो वह चार ग्रहों को निगल सकता है.  मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के पोस्टडॉक्टोरल शोधकर्ता अध्ययन के प्रमुख लेखक किशले डे ने सीएनएन को बताया, ‘ यह तथ्य कि सौर मंडल के ग्रह भविष्य में सूर्य में समा जाएंगे, मैंने सबसे पहले हाई स्कूल में पढ़ा था, इसलिए यह विश्वास करना अवास्तविक था कि हमें वास्तविक समय में इसी तरह की घटना को पकड़ने का पहला उदाहरण मिल सकता है। !"

सूर्य से दोगुनी उम्र का तारा
नेचर मैगजीन में इस घटना से जुड़ा अध्‍ययन प्रकाशित हुआ है. बताया जा रहा है कि यह तारा सूर्य से करीब दोगुनी उम्र का है. यानी इसकी उम्र कोई दस अरब साल है. कभी यह तारा बिल्कुल सूरज के आकार का हुआ करता था. हमारी आकाश गंगा मिल्की वे में पृथ्वी से करीब 12 हजार प्रकाश वर्ष की दूरी पर यह तारा है.  

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