मेटा अपनी वर्चुअल रियलिटी प्रोग्राम होराइजन को रिलायंस जियो को लाइसेंस देने पर विचार कर रही है. फेसबुक की पैरेंट कंपनी होराइजन ओएस के यूजर बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा बिजनेस के साथ काम करना चाहती है. रिलायंस जियो अपनी अगली VR डिवाइस के लिए होराइजन का इस्तेमाल करना चाहती है.
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फेसबुक और इंस्टाग्राम वाली कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स अपनी वर्चुअल रियलिटी प्रोग्राम होराइजन को रिलायंस जियो को लाइसेंस देने पर विचार कर रही है. फेसबुक की पैरेंट कंपनी होराइजन ओएस के यूजर बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा बिजनेस के साथ काम करना चाहती है, ये खबर Inc42 की है. रिलायंस जियो अपनी अगली VR डिवाइस के लिए होराइजन का इस्तेमाल करना चाहती है. कंपनी कुछ समय से ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी इंडस्ट्री पर नजर बनाए हुए है.
जियो ने 2023 में लॉन्च किया था VR हेडसेट
AR/VR मार्केट में फेसबुक सबसे पहले खिलाड़ियों में से एक है. 2024 में 2 बिलियन डॉलर की डील में कंपनी ने VR डिवाइस बनाने वाली कंपनी Oculus को खरीद लिया. रिलायंस जियो ने AR/VR स्पेस में काफी तरक्की की है. 2023 में, कंपनी ने JioDive VR हेडसेट लॉन्च किया, जिससे ग्राहक क्रिकेट इवेंट्स को 360 डिग्री स्टेडियम जैसे वातावरण में देख सकते हैं. JioDive हेडसेट की कीमत 1,299 रुपये है और यह iPhones और Android स्मार्टफोन के साथ काम करता है. पूरा अनुभव लेने के लिए आपको JioImmerse ऐप की जरूरत होगी.
पहले भी मेटा कर चुका है निवेश
मेटा और जियो के बीच साझेदारी 2020 में शुरू हुई थी, जब मेटा ने जियो प्लेटफॉर्म्स में बहुत बड़ा निवेश किया था. अब यह साझेदारी और मजबूत हो रही है. भारत में मेटा ने जितने भी निवेश किए हैं, उनमें से यह सबसे बड़े निवेशों में से एक है.
भारतीय ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा सामान और सेवाएं देने के लिए, दोनों कंपनियां अपनी-अपनी सेवाओं को मिलाने लगी हैं. जानकारों का कहना है कि हालांकि बातचीत अभी शुरुआती दौर में है, लेकिन अगर ये साझेदारी कामयाब रही तो भारत में VR बिजनेस पूरी तरह बदल जाएगा.