Investment: म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करके लॉन्ग टर्म के लिहाज से अच्छा फंड बनाया जा सकता है. हालांकि म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट करने की शुरुआत जब की जाती है तभी कुछ अहम बातों को लोगों को समझ लेना चाहिए, ताकी आगे चलकर कोई पछतावा लोगों को ना हो. आइए जानते हैं इसके बारे में...
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Best Mutual Fund: इंवेस्टमेंट करने की जब बात आती है तो लोग म्यूचुअल फंड में भी इंवेस्टमेंट करते हैं. हालांकि म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट को लेकर लोगों को शुरू में ही कुछ अहम बातों को ध्यान में रखना चाहिए. इनका ध्यान रखकर ही लोग करोड़ों रुपयों का फंड बना सकते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कि म्यूचुअल फंड में निवेश करने के सफर से पहले किन बातों को दिमाग में बैठा लेना चाहिए.
किस फंड में निवेश करें
हर किसी के दिमाग में सबसे पहला सवाल यही आता है कि किस फंड में इंवेस्टमेंट करना सही रहेगा. ऐसे में अल्पकालिक पिछले रिटर्न के आधार पर फंड चुनने का यह दृष्टिकोण लंबे समय में नुकसान का कारण बनता है. इसके बजाय आप अपने कैश फ्लो के मूल्यांकन के साथ शुरू करें ताकि आप अपने प्रमुख वित्तीय अनुपात जैसे बचत, रिजर्व फंड और इनकम को देखते हुए कुछ टारगेट निर्धारित कर सकें. एक बार जब आप एक आरामदायक राशि पर पहुंच जाते हैं जिसे आप व्यवस्थित और अनुशासित तरीके से हर महीने अपने भविष्य के लक्ष्यों के लिए बचा सकते हैं, तो आपको म्यूचुअल फंड निवेश के जोखिमों और लाभों के बारे में जानना चाहिए.
गलत उम्मीदें न पालें
ज्यादातर निवेशक जो म्यूचुअल फंड से संपत्ति बनाने में असफल होते हैं, वे ऐसा इसलिए नहीं होते हैं क्योंकि वे सर्वोत्तम फंड की भविष्यवाणी करने में विफल रहे हैं, बल्कि इसलिए होते हैं क्योंकि उन्होंने गलत उम्मीदों के साथ निवेश किया है. परिणामस्वरूप, वे बार-बार लालच या डर से प्रेरित निवेश निर्णय लेते हैं और हर गलत कदम के साथ उनकी संपत्ति नष्ट हो जाती है.
लक्ष्य निर्धारित करें
अब आपके भविष्य के लक्ष्य निर्धारित करने का समय आ गया है. ये लक्ष्य अल्पकालिक हो सकते हैं, जैसे नई कार खरीदना या छुट्टियों पर जाना. या वे आपके रिटायरमेंट की तरह लॉन्ग टर्म हो सकते हैं. किसी भी तरह से आपको अपने लक्ष्यों को प्राथमिकता देनी चाहिए और यथार्थवादी लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए जिन्हें आप अपने वर्तमान सरप्लस से हासिल कर सकते हैं. लक्ष्य निर्धारण महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपके लक्ष्य हैं जो आपकी म्यूचुअल फंड निवेश की पसंद को निर्धारित करते हैं.
कैसे बनाएं करोड़ों का फंड
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आपने रुपये बचाने का फैसला किया है. 30 साल की अवधि में आपकी रिटायरमेंट के लिए आप हर महीने 10 हजार रुपये का प्रति महीने इंवेस्टमेंट करने का फैसला लेते हैं. ऐसे में एक उच्च जोखिम वाला फंड (जैसे फ्लेक्सी कैप, मिड-कैप या स्मॉल-कैप फंड) जो 13% सीएजीआर प्रदान करता है, उसके परिणामस्वरूप लगभग 4.3 करोड़ का फंड तैयार होगा. वहीं कम से मध्यम जोखिम वाला फंड (जैसे कि एक हाइब्रिड फंड) जो 8% देता है, उसका परिणाम केवल 1.49 करोड़ होगा.
इसका भी रखें ध्यान
इसी तरह अपने अल्पकालिक लक्ष्यों के लिए आप आर्बिट्राज फंड या लिक्विड फंड में निवेश कर सकते हैं, जो अधिक स्थिर लेकिन कम रिटर्न देते हैं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि अल्पकालिक बाजार गतिविधियां आपके लक्ष्यों को बाधित न करें. वहीं आखिर में सफलता की ओर ले जाने वाली चीज बाजार के उतार-चढ़ाव को झेलने और लचीलेपन के साथ इंवेस्टमेंट जारी रखने की आपकी क्षमता है. जबकि सही अपेक्षाएं और लक्ष्य निर्धारण आपको कुछ हद तक मदद करेगा. याद रखें कि "आप कहां निवेश करते हैं" की तुलना में "आप कैसे निवेश करते हैं" इससे कहीं अधिक फर्क पड़ेगा.