India vs Germany Hockey: भारत ने अपने आठ ओलंपिक गोल्ड मेडल में से पिछला गोल्ड 1980 के मास्को खेलों में जीता था. भारत उस ओलंपिक के बाद से मेंस हॉकी के फाइनल में नहीं पहुंचा है. इस बार भी टीम का सपना टूट गया. भारतीय टीम फाइनल तक नहीं पहुंच पाई.
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India vs Germany Hockey Semi final Match: पेरिस ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का गोल्ड जीतने का सपना टूट गया. उसे सेमीफाइनल में जर्मनी की टीम ने 3-2 से हरा दिया. टोक्यो ओलंपिक में टीम इंडिया ने ब्रॉन्ज मेडल मैच में जर्मनी को हराया था. जर्मन टीम ने उस हार का बदला ले लिया है. भारत को गोल्ड जीतने के लिए फिर से इंतजार करना होगा. अब वह 8 अगस्त को ब्रॉन्ज मेडल मैच में खेलेगा. उसका मुकाबला स्पेन से होगा. वहीं, जर्मनी की टीम फाइनल में नीदरलैंड का मुकाबला करेगी.
मैच में भारत के लिए पहला गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 7वें मिनट में किया. इसके बाद जर्मनी के गोंजालो पीलाट ने 18वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया. क्रिस्टोफर रुर ने 27वें मिनट में गोल कर अपनी टीम को आगे कर दिया. 36वें मिनट में सुखजीत सिंह ने टीम इंडिया के लिए बराबरी का गोल कर दिया. मार्को मिल्टकाउ ने 54वें मिनट में गोलकर जर्मनी को आगे कर दिया. मैच खत्म होने से 6 मिनट पहले किया गया उनका यह निर्णायक साबित हुआ.
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भारत ने पहले क्वार्टर में किया था गोल
भारत के पहले क्वार्टर के शुरुआत में पेनल्टी कॉर्नर मिल गया. कप्तान हरमनप्रीत सिंह इस पर गोल नहीं कर पाए. जर्मनी के गोलकीपर ने हरमनप्रीत के शॉट को रोक दिया. इसके तुरंत बाद अगले ही मिनट में भारत को दूसरा पेनल्टी कॉर्नर मिल गया.इस पर भी भारत को गोल नहीं मिला. टीम इंडिया ने लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर गंवा दिए. हरनप्रीत सिंह ने भारत को सातवें मिनट में टीम को आगे कर दिया. उन्होंने पेनल्टी कॉर्नर पर शानदार गोल किया.
दूसरे क्वार्टर में जर्मनी ने दागे दो गोल
जर्मनी ने दूसरे क्वार्टर में वापसी की और दो गोल दागे. उसके लिए गोंजालो पीलाट ने 18वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया. इसके बाद 27वें मिनट में क्रिस्टोफर रुर ने दूसरा गोल दाग दिया. जर्मनप्रीत सिंह की गलती के कारण जर्मनी को पेनल्टी स्ट्रोक मिल गया. इस पर क्रिस्टोफर ने गोल कर दिया.
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तीसरे क्वार्टर में भारत ने की बराबरी
तीसरे क्वार्टर के शुरुआत में ही भारत को दो पेनल्टी कॉर्नर मिल गए. भारत दोनों बार गोल करने में सफल नहीं हुआ. जर्मनी के गोलकीपर ने शॉट को रोक लिया. सुखजीत सिंह ने इसके बाद 36वें मिनट में शानदार गोल करके भारत को मैच में बराबरी पर ला दिया.
चौथे क्वार्टर में भारत से दूर हो गया मैच
मैच के चौथे और आखिरी क्वार्टर में भारतीय खिलाड़ियों ने जबरदस्त आक्रामक खेल दिखाया. टीम इंडिया ने गोल करने के कई प्रयास किए, लेकिन जर्मन गोलकीपर ने ऐसा नहीं होने दिया. इसी बीच 54वें मिनट में मार्को मिल्टकाउ ने मौका पाकर गोल कर दिया. इसके बाद टीम इंडिया ने कई हमले किए, लेकिन सभी बेकार गए.
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ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम के मेडल
1928 (एम्सटर्डम)- गोल्ड
1932 (लॉस एंजेलिस)- गोल्ड
1936 (बर्लिन)- गोल्ड
1948 (लंदन)- गोल्ड
1952 (हेलसिंकी)- गोल्ड
1956 (मेलबर्न)- गोल्ड
1960 (रोम)- सिल्वर
1964 (टोक्यो)- गोल्ड
1968 (मैक्सिको सिटी) - ब्रॉन्ज
1972 (म्यूनिख) - ब्रॉन्ज
1980 (मॉस्को)- गोल्ड
2021 (टोक्यो)- ब्रॉन्ज.