भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. मनोज तिवारी का कहना है कि अपनी जिंदगी के एक मोड़ पर उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. मनोज तिवारी ने खुलासा किया कि उन्हें कर्ज चुकाने के लिए पूरी सब्जी भी बेचनी पड़ी है.
Trending Photos
भारत के पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. मनोज तिवारी का कहना है कि अपनी जिंदगी के एक मोड़ पर उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. मनोज तिवारी ने खुलासा किया कि उन्हें कर्ज चुकाने के लिए पूरी सब्जी भी बेचनी पड़ी है. मनोज तिवारी को नट और बोल्ट की फैक्टरी तक में काम करना पड़ा है. मनोज तिवारी सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, रोहित शर्मा और गौतम गंभीर जैसे खिलाड़ियों के साथ क्रिकेट खेल चुके हैं.
भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेले
मनोज तिवारी ने 2006-07 के रणजी ट्रॉफी सीजन में 99.50 की औसत से 796 रन बनाए थे, उन्होंने लंबे समय तक बंगाल की कप्तानी भी की और वह अपने राज्य से उभरने वाले सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में से एक रहे हैं. मनोज तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे और 3 टी20 मैच खेले हैं, लेकिन अगर वे थोड़े और भाग्यशाली होते, तो वे ज्यादा इंटरनेशनल मैचों में खेल सकते थे.
पूरी सब्जी बेचकर किया गुजारा
मनोज तिवारी को मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह काफी संघर्ष करना पड़ा है. भारतीय टीम में लंबे समय तक पर्याप्त अवसर नहीं मिलने के बाद उन्होंने समय से पहले संन्यास लेने के बारे में भी सोचा. मनोज तिवारी ने कहा, 'जिम्मेदारी के कारण मैंने समय से पहले संन्यास नहीं लिया.' मनोज तिवारी ने अपने किशोरावस्था के दिनों के संघर्ष के बारे में भी बताया है.
नट-बोल्ट की फैक्टरी में किया काम
मनोज तिवारी ने लल्लनटॉप से कहा, 'वह मुश्किल समय था. एक बात हमेशा मेरे दिमाग में रहती थी कि मुझे कर्ज चुकाना है. कोलकाता में मंगला हाट है, वहां मैं पूरी सब्जी बेचता था. मेरी मां पूरी बनाती थीं. कई बार लोग खाने के पैसे भी नहीं देते थे. मैंने नट और बोल्ट की फैक्टरियों में काम किया. यह तब की बात है जब मैं करीब 14 साल का था.'
भारत के स्टार खिलाड़ी का दर्दनाक खुलासा
मनोज तिवारी ने कहा, 'जब मैं अंडर-16 लेवल पर खेलता था तो मुझे प्रति मैच 1200 रुपये मिलते थे. इसलिए मैंने गणित लगाया और सुनिश्चित किया कि मैं क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करूं ताकि पैसे हमेशा आते रहें. मैं फैक्टरी से भाग गया. वहां बहुत ज्यादा काम होता था. फैक्टरी मालिक हमसे काम करवाता था.'
इंटरनेशनल करियर जल्दी खत्म हो गया
मनोज तिवारी ने 2006-07 के रणजी ट्रॉफी में 99.50 की औसत से रन बनाए, लेकिन चोटों के कारण उन्हें अपने इंटरनेशनल डेब्यू के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा. हालांकि, 2008 में उनका इंटरनेशनल डेब्यू बहुत यादगार नहीं रहा. मनोज तिवारी ने 2011 में चेन्नई में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला और एकमात्र वनडे शतक बनाया, लेकिन इस मैच के बाद उन्हें कई महीनों तक बेंच पर बैठना पड़ा. उस समय महेंद्र सिंह धोनी टीम के कप्तान थे. मनोज तिवारी वर्तमान में बंगाल की टीएमसी सरकार में खेल और युवा मामलों के राज्य मंत्री हैं.