Rashid Khan: जान बचाकर भागना पड़ा... रिफ्यूजी कैंप में काटी रातें, 'सुपरस्टार' बने राशिद खान के उन दिनों की कहानी...
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Rashid Khan: जान बचाकर भागना पड़ा... रिफ्यूजी कैंप में काटी रातें, 'सुपरस्टार' बने राशिद खान के उन दिनों की कहानी...

Afghanistan Cricket: अफगानिस्तान क्रिकेट के राशिद खान को कौन नहीं जानता है. आज की तारीख में दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में शुमार राशिद खान को कभी रफ्यूजी कैंप में दिन गुजारने पड़े थे. लेकिन अब ये अफगानी खिलाड़ी वर्ल्ड क्रिकेट में तहलका मचा रहा है.

Rashid Khan: जान बचाकर भागना पड़ा... रिफ्यूजी कैंप में काटी रातें, 'सुपरस्टार' बने राशिद खान के उन दिनों की कहानी...

Rashid Khan Story: हमलों के बीच देश छोड़कर भागना पड़ा... रफ्यूजी कैंप में रातें गुजारनी पड़ी और अब अफगानिस्तान क्रिकेट के सुपरस्टार बने हुए हैं राशिद खान. दुनिया भर में जमकर तारीफें बटोर रहे राशिद खान ने अपने जीवन में ऐसे दिन देखे, जिनकी कल्पना करना भी किसी इंसान के लिए कठिन है. घर-बार छोड़कर रफ्यूजी कैंप में पला बढ़ा एक बच्चा कैसे सुपरस्टार बन जाता है और वर्ल्ड क्रिकेट का एक बड़ा नाम कमा लेता है. आइए आपको बताते हैं ऐसे राशिद खान के कठोर संघर्ष की कहानी.

देश छोड़कर भागना पड़ा

दरअसल, यह बात है 2001 की. अफगानिस्तान में तालिबान और अमेरिका के बीच भयंकर जंग चल रही थी. ऐसे माहौल में किसी का भी रहना आसान नहीं था. रहने लायक परिस्थितियां न देखते हुए एक मां-बाप अपने 11 बच्चों के साथ देश छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं. कौन सोच सकता है कि ऐसी परिस्थितियां, जहां पढाई लिखे तो दूर रहने के भी लाले पड़े हुए हैं. इनमें से निकलकर वर्ल्ड क्रिकेट में अपना लोहा मनवाएगा. अमेरिका-तालिबान में लड़ाई के बीच राशिद खान के माता-पिता को पाकिस्तान में शरण लेनी पड़ी. 

पाकिस्तान में लेनी पड़ी शरण

अपनी और अपने बच्चों की जान बचाने के लिए राशिद खान के माता-पिता को पकिस्तान जाना पड़ा. वहां, रिफ्यूजी कैंप में शरण लेनी पड़ी. जब यह सब हो रहा था तब राशिद की उम्र महज 3 वर्ष थी. एक मासूम सा बच्चा ऐसी परिस्थितियों में पलता है. राशिद पेशावर में ही क्रिकेट खेलने लगे. वह गलियों में अपने दोस्तों के साथ खेला करते थे. उस समय कोई ट्रेंनिंग देने वाला नहीं था. किसी तरह से उनके मां-बाप ने उन्हें पढ़ाया. हालांकि, घरवाले चाहते थे कि वह डॉक्टर बनें, लेकिन राशिद की किस्मत कहीं और ही लिखी थी.

परिवार से छिपकर खेला क्रिकेट

राशिद को क्रिकेट का चस्का लग चुका था. वह एक बार घरवालों को बताए बिना ही क्रिकेट मैच खेलने निकल गए, जहां उन्होंने 65 रन बनाए थे. ऐसे ही धीरे-धीरे वह आगे बढ़ने लगे. उनकी क्रिकेट के प्रति रुचि और बढ़ती गई. राशिद खान को खुद लगने लगा था कि वह अच्छा खेल सकते हैं और क्रिकेटर बन सकते हैं.

घरेलू क्रिकेट में हुई एंट्री 

खेलते-खेलते उनकी एंट्री घरेलू क्रिकेट में हो गई. परिवार के लोगों को जब पता चला कि वह क्रिकेट खेलना चाहते हैं और अच्छा कर रहे हैं तो घरवालों ने उन्हें परमिशन दे दी. इसके बाद 2015 में उन्हें अफगानिस्तान की नेशनल टीम में जगह दी गई. इस साल उन्होंने 18 अक्टूबर देश के लिए पहला वनडे मैच खेला. इस मैच में उन्होंने 8 रन बनाए और 1 विकेट भी लिया.

वनडे में लिए हैं सबसे ज्यादा विकेट

अफगान टीम के लिए खेलते हुए वह धीरे-धीरे अपने प्रदर्शन के दम पर आगे बढ़ते रहे. अब वह दुनिया के सबसे घातक स्पिन स्पिन गेंदबाजों में से एक हैं. अफगानिस्तान के लिए खेलते हुए राशिद खान ने ODI 100 मैचों में सबसे ज्यादा 179 विकेट लिए हैं. इसमें वह 4 बार बार फाइव विकेट हॉल और 6 बार चार विकेट हॉल लिए हैं. सबसे तेज 100वां विकेट लेने वाले वह दूसरे गेंदबाज हैं. राशिद खान ने 44वें मैच में 100वां विकेट हासिल किया था. नेपाल के संदीप लामिछाने सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं उन्होंने 42वें मैच में यह कारनामा कर दिखाया था.

वर्ल्ड कप 2023 में अफगान टीम का बज रहा डंका

मौजूदा वर्ल्ड कप सीजन में अफगानिस्तान ने तीन बड़े उलटफेर किए हैं. पहले इंग्लैंड को मात दी इसके बाद पाकिस्तान और कल(30 October) हुए मैच में बांग्लादेश को हराकर टीम पॉइंट्स टेबल में पांचवें नंबर पर है. टीम के 6 मैचों में 6 अंक हैं. अफगानिस्तान के बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों ही इस टूर्नामेंट में गजब का प्रदर्शन कर रहे हैं.

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