टीम इंडिया की पिछले कुछ साल की सफलताओं में उसके तेज गेंदबाजों ने अहम भूमिका निभाई है. ऐसे में अगले सीजन के लिए उनकी फिटनेस बेहद अहम रहेगी.
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नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम की हालिया सफलताओं में जितना योगदान उसके बल्लेबाजों और स्पिनरों का रहा है, उतना ही बड़ा काम उसके तेज गेंदबाजों ने भी किया है. खासतौर पर टीम इंडिया की पिछले कुछ सालों में ऑस्ट्रेलिया हो या दक्षिण अफ्रीका, दोनों जगह ऐतिहासिक जीतों के सूत्रधार तेज गेंदबाज ही साबित हुए हैं. ऐसे में फिलहाल भले ही कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन ने क्रिकेटरों को घरों में कैद कर रखा है, लेकिन लॉकडाउन के बाद आने वाला सीजन भी पहले जितना ही सफल बनाए रखने के लिए टीम इंडिया की पेस बैटरी घर पर भी मेहनत में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. आइए बताते हैं कि कौन सा भारतीय तेज गेंदबाज कैसे मेहनत कर रहा है.
मोहम्मद शमी कर रहे हैं अपने खेतों में एक्सरसाइज
टेस्ट क्रिकेट हो या वनडे और टी-20, भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) जिस तेज गेंदबाज का नाम सबसे याद करते हैं वो मोहम्मद शमी (Mohammad Shami). शमी ने पिछले 2 साल में टीम इंडिया के लिए टेस्ट, वनडे और टी-20 यानी तीनों फॉर्मेट में 50 मैच खेलकर सबसे ज्यादा 127 विकेट चटकाए हैं. उत्तर प्रदेश के छोटे से जिले अमरोहा के रहने वाले शमी घरेलू क्रिकेट में पश्चिम बंगाल के लिए खेलते हैं.
ऐसे में उन्हें अपने गांव में परिवार के पास आने और लंबे समय तक रहने का मौका बहुत कम मिलता है. लेकिन लॉकडाउन ने उन्हें ये मौका दे दिया तो वे अपने परिवार के साथ ही समय बिता रहे हैं. गांव में वे अपने खेतों में ही रनिंग, वेट ट्रेनिंग और अन्य फिटनेस एक्सरसाइज कर रहे हैं. इस काम में उनके गांव के कई अन्य खिलाड़ी भी जुटे हुए हैं. इससे उन्हें ट्रेनिंग पार्टनर की कमी भी नहीं खल रही है.
बुमराह घर के अंदर ही बहा रहे हैं पसीना
विराट कोहली की योजनाओं में जिस दूसरे गेंदबाज का नाम सबसे ऊपर है वो हैं जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah). बुमराह ने पिछले 2 साल में तीनों फॉर्मेट में 54 मैच खेलकर 112 विकेट चटकाए हैं. बुमराह ने पिछले दिनों आईसीसी (ICC) के लाइव पोडकास्ट में इयान बिशप (Ian Bishop) और शॉन पोलाक (Shaun Pollock) को बताया था कि वे घर के अंदर ही रहकर फिटनेस पर जोरदार मेहनत कर रहे हैं. इस दौरान उन्होंने ये भी माना था कि उन्हें पिछले दो महीने से गेंद फेंकने का मौका नहीं मिला है और इसकी उन्हें चिंता हो रही है.
उमेश स्ट्रेंथ बढ़ाने पर ध्यान दे रहे हैं
यदि बात उमेश यादव (Umesh Yadav) की करें तो विदर्भ के इस जोरदार तेज गेंदबाज ने अपना पूरा ध्यान इस समय शरीर की स्ट्रेंथ यानी क्षमता बढ़ाने में लगाया हुआ है. टेस्ट टीम में ज्यादा अहम भूमिका निभा रहे उमेश लंबे स्पैल करने के लिए कंधों और टांगों को बोझ सहने की आदत डालने में जुटे हुए हैं. इसके लिए वो जमकर वेट ट्रेनिंग कर रहे हैं. इसके अलावा वो रनिंग और अन्य फिटनेस एक्सरसाइज भी खूब कर रहे हैं. उमेश ने ने पिछले 2 साल में तीनों फॉर्मेट में महज 20 मैच खेले हैं, लेकिन इसमें भी उनके खाते में 57 विकेट आ गए हैं. इसमें टीम इंडिया के लिए पिछले 2 साल में किसी भी गेंदबाज का मैच में 10 विकेट का इकलौता प्रदर्शन भी है. ये बात उमेश की खासियत को दर्शाती है.
इशांत भी वेट ट्रेनिंग में ही हैं व्यस्त
यदि बात टीम इंडिया के यदाकदा टेस्ट मैचों में दिखने वाले लंबू तेज गेंदबाज इशांत शर्मा की करें तो उनके लिए आगामी सीजन सबसे ज्यादा अहम है. इशांत देश के लिए 300 टेस्ट विकेट चटकाने वाला महज तीसरा तेज गेंदबाज बनने से 4 विकेट की दूरी पर खड़े हैं. इसके बाद उनके निशाने पर जहीर खान के 311 विकेट का रिकॉर्ड होगा. इसके लिए इशांत वेट ट्रेनिंग के जरिये स्ट्रैंथ बढ़ाने में ही ज्यादा व्यस्त हैं. इशांत ने पिछले दो साल में महज 16 मैच ही खेले हैं, लेकिन उनके खाते में 63 विकेट आए हैं, जिसमें 4 बार पारी में 5 विकेट भी शामिल हैं.