Thymus Gland: थाइमस में कैंसर से लड़ने की क्षमता, बेकार बता डॉक्टर करते हैं सर्जरी
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Thymus Gland: थाइमस में कैंसर से लड़ने की क्षमता, बेकार बता डॉक्टर करते हैं सर्जरी

Thymus Gland Science: शरीर के जिस अंग को डॉक्टर बेकार समझते थे उसे लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. शोधकर्ताओं के मुताबिक ऐसे लोग जिनमें से थाइमस ग्लैंड को हटा दिया था उनमें कैंसर की संभावना बढ़ गई थी. हालांकि इस विषय पर अभी और शोध जारी है.

Thymus Gland: थाइमस में कैंसर से लड़ने की क्षमता, बेकार बता डॉक्टर करते हैं सर्जरी

Thymus Gland News:  शरीर में एक छोटा सा फैटी ग्लैंड थाइमस पाया जाता है जो स्ट्रनम के ठीक पीछे होता है. किशोरावस्था में इसे बेकार ग्रंथि के तौर पर माना जाता है. डॉक्टर भी इसे अनुपयोगी बताकर सर्जरी के जरिए हटा देते हैं.  थाइमस के बारे में कहा जाता था कि इसे जरूरत से अधिक बढ़ोतरी होती है लेकिन एक ताजा शोध में इसे लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. इसमें उतनी अधिक वृद्धि नहीं होती है जितना सोचा जाता था. यूके के शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग थाइमस को सर्जरी के जरिए निकलवा देते हैं वो उम्र के किसी भी मोड़ पर बड़ी चुनौती का सामना कर सकते हैं यहां तक कि मौत का भी खतरा बढ़ जाता है. यही नहीं कैंसर के होने की भी आशंका ज्यादा बढ़ जाती है. बता दें कि शोध अभी प्रारंभिक चरण में है लिहाजा पुख्ता तौर पर यह नहीं कहा जा सकता है कि थाइमस, कैंसर या गंभीर बीमारी के लिए अकेले जिम्मेदार हो सकता है. हालांकि जो अब तक जानकारी मिली है वो परेशान करने वाली है.

थाइमस ग्लैंड की सर्जरी

हार्वर्ड गैजेट में कैंसर विशेषज्ञ डेविड स्कैडन कहते हैं कि खतरे का स्तर अधिक है जो हम नहीं सोचते थे. बचपन में थाइमसे के बारे में कहा जाता है कि यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है. जब जवानी में इसे हटाया जाता है तो उसकी वजह से मरीजों में टी-सेल में कमी आती है जो सफेद रक्त कोशिकाओं का ही एक प्रकार है. हम सब जानते हैं कि सफेद रक्त कोशिकाओं के जरिए कीटाणुओं और रोगों से लड़ने में मदद मिलती है. यही नहीं ऐसे बच्चे जिनमें थाइमस नहीं होती है उनका इम्यून सिस्टम वैक्सीन के लिए कमजोर होता है. जब वो किशोरावस्था की तरफ पहुंचता है तो उसमें टी- सेल की कमी हो जाती है. इसे हटाने में किसी तरह का खतरा इसलिए भी नहीं होता क्योंकि यह दिल के पीछे होता है और कार्डियोथोरैसिक सर्जरी के दौरान इसे हटाया आसानी से हटाया जा सकता है. 

चौंकाते हैं आंकड़े

कुछ लोग जो थाइमस कैंसर या क्रॉनिक ऑटो इम्यून डिजीज जैसे मिस्थैनिया ग्रैविस का सामना कर रहे होते हैं उन्हें थीमेक्टोमी की जरूरत होती है जिसमें थाइमस को हटा दिया जाता है. मरीजों के आंकड़ों से से पता चलता है कि जिन लोगों की कार्डियोथोरेसिक सर्जरी हुई थी उनमें से 6 हजार से अधिक लोगों के थाइमस को हटाया नहीं गया था और करीब 1 हजार लोगों के थाइमस को हटाया गया था, जिन लोगों के थाइमस को हटाया गया था उनकी मौत पांच साल के अंदर हो गई थी. यही नहीं सर्जरी के बाद पांच साल में वैसे रोगियों में कैंसर होने की संभावना ज्यादा बढ़ गई थी. अभी पुख्ता तौर पर यह नहीं कहा जा सकता कि मौत या कैंसर के पीछे थाइमस का हटाना ही जिम्मेदार था. लेकिन कहीं न कहीं थाइमस हटाए जाने की वजह को इनकार नहीं किया जा सकता. 

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