Hubble Telescope: अरबों-खरबों तारों से भरी गैलेक्सी का नया फोटो, हबल टेलीस्कोप की खोज से झूम उठा नासा
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Hubble Telescope: अरबों-खरबों तारों से भरी गैलेक्सी का नया फोटो, हबल टेलीस्कोप की खोज से झूम उठा नासा

NASA Hubble Telescope Image: हबल स्पेस टेलीस्कोप ने 10 करोड़ प्रकाश वर्ष दूर मौजूद स्पाइरल गैलेक्सी IC 4633 की तस्वीर उतारी है. यह गैलेक्स धूल के काले बादलों के बीच छिपी है.

Hubble Telescope: अरबों-खरबों तारों से भरी गैलेक्सी का नया फोटो, हबल टेलीस्कोप की खोज से झूम उठा नासा

Hubble Telescope New Image: NASA/ESA हबल स्पेस टेलीस्कोप ने एक शानदार तस्वीर खींची है. यह गैलेक्सी पृथ्वी से 100 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर धूल के काले बादलों में छिपी हुई है. इस स्पाइरल गैलेक्सी का नाम IC 4633 है और यह Apus तारामंडल में स्थित है. NASA के मुताबिक, इस गैलेक्सी (आकाशगंगा) के भीतर सूर्य जैसे खरबों तारे मौजूद हैं. हमें यह गैलेक्सी साफ इसलिए नहीं दिखती क्योंकि यह कुछ हद तक धूल के बादल में छिपी हुई है. IC 4633 पर छाया बादल एक डार्क नेबुला है जिसे MW9 और साउथ सेलेस्टियल सर्पेंट के नाम से भी जाना जाता है. NASA के बयान के मुताबिक, ICC 4633 को ढकने वाले धूल के बादल कमेलियन स्टार-फार्मिंग रीजन का हिस्सा हैं. यह हमारी आकाशगंगा के भीतर, पृथ्वी से लगभग 500 प्रकाश वर्ष दूर है. दक्षिण के आसमान में दिखने वाले अधिकतर तारे इसी इलाके से आते हैं. वैज्ञानिकों को इस इलाके में दिलचस्पी इसलिए है क्योंकि यहां के अधिकतर तारे युवा हैं. हबल टेलीस्कोप के अलावा जेम्स वेब टेलीस्कोप से भी इस एरिया पर नजर रखी जाती है.

पड़ोसियों की तुलना में यहां ज्यादा दबी नजर आती है गैस

NASA के मुताबिक, IC 4633 पर ओवरलैप करने वाला बादल मशहूर Cha I, II और III बादलों के पूर्व में स्थित है. यह एक इंटीग्रेटेड फ्लक्स नेबुला (IFN) है. यह मिल्की वे में गैस और धूल का ऐसा बादल है जो किसी एक तारे के करीब नहीं है और सभी तारों की कुल रोशनी से बेहद मद्धम प्रकाशित होता है. नासा के अनुसार, दक्षिणी आकाशीय ध्रुव पर उड़ने वाली गैस अपने पड़ोसियों की तुलना में कहीं अधिक दबी हुई दिखती है. हबल पूरे साउथ सेलेस्टियल सर्पेंट को देख सकता है लेकिन जो तस्वीर जारी की गई है, वह उसका केवल एक छोटा सा हिस्सा ही कैद करती है.

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धूल के गुबार में छिपी IC 4633 गैलेक्सी (ESA/Hubble & NASA)

 

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हबल ने खींची थी दो आकाशगंगाओं की तस्वीर

पिछले दिनों NASA/ESA हबल टेलीस्कोप ने एक और गजब की खगोलीय घटना का फोटो लिया था. उस फोटो में, Arp 72 गैलेक्सी ग्रुप में मौजूद दो आकाशगंगाएं एक-दूसरे से इंटरएक्ट करती नजर आई थीं. ये दोनों पृथ्वी से करीब 160 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर हैं. बड़ी गैलेक्सी का नाम NGC 5996 और छोटी वाली का नाम NGC 5994 है. दोनों गैलेक्सी के कोर एक-दूसरे से करीब 67,000 प्रकाश वर्ष दूर हैं. कहीं-कहीं पर इन दो आकाशगंगाओं के बीच की दूरी 40,000 प्रकाश वर्ष से भी कम है. आपको भले ही यह दूरी बड़ी ज्यादा लगे, लेकिन ब्रह्मांड के लिहाज से यह बेहद कम है. उदाहरण के लिए, हमारी आकाशगंगा- मिल्की वे की सबसे करीबी आकाशगंगा एंड्रोमेडा है जो 25 लाख प्रकाश वर्ष दूर है.

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