ब्रह्मांड में सिर्फ 0.1 सेकेंड के धमाके ने विज्ञान की दुनिया में मचा दी खलबली, जानिए क्या मिला
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ब्रह्मांड में सिर्फ 0.1 सेकेंड के धमाके ने विज्ञान की दुनिया में मचा दी खलबली, जानिए क्या मिला

Magnetar Discovery 2024: वैज्ञानिकों ने डीप स्पेस में एक जोरदार धमाके पर रिसर्च की. उन्हें एक ऐसा तारा मिला जो मिल्की वे गैलेक्सी के बाहर कभी नहीं मिला था. ब्रह्मांड में ऐसे और भी तारे फैले हो सकते हैं.

ब्रह्मांड में सिर्फ 0.1 सेकेंड के धमाके ने विज्ञान की दुनिया में मचा दी खलबली, जानिए क्या मिला

Science News: पिछले साल नवंबर में यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के रिसर्चर्स ने अंतरिक्ष में एक धमाका देखा. यह धमाका एक सेकेंड के दसवें हिस्से से भी कम समय में गायब हो गया. धमाके का सिग्नल M82 गैलेक्सी से आया था. कुछ पल बाद ही, ESA के सर्वेयर Integral ने गामा किरणों के रहस्यमयी धमाके को डिटेक्ट किया. ESA ने दुनियाभर में मौजूद एस्ट्रोनॉमर्स को अलर्ट भेजा. धमाके को अभी 13 सेकेंड ही हुए थे. इटली के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के रिसर्चर सैंड्रो मेरेगेटी के मुताबिक, 'हम फौरन समझ गए कि यह स्पेशल अलर्ट था. गामा किरणों के धमाके काफी दूर से आते हैं. लेकिन यह धमाका पास में मौजूद एक चमकदार गैलेक्सी में हुआ था.' सर्वेयर टीम ने XMM-न्यूटन स्पेस टेलीस्कोप का मुंह M82 की ओर कर दिया, यह देखने के लिए कि कोई ऑफ्टरग्लो है या नहीं. वैज्ञानिकों को लगा था कि शायद दो न्यूट्रॉन तारों की टक्कर से धमाका हुआ होगा. हालांकि, कुछ मिला नहीं. फिर इटली और फ्रांस में मौजूद टेलीस्कोप को भी काम पर लगाया गया लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात. कोई एक्स-रे सिग्नल नहीं मिला, न ही कोई प्रकाश... गुरुत्वीय तरंगे भी नहीं दर्ज हुईं. एस्ट्रोनॉमर्स को सिर्फ गर्म गैस और तारे नजर आ रहे थे. इसी के आधार पर वैज्ञानिकों ने कन्फर्म किया कि यह एक मैग्नेटर था. स्टडी के नतीजे Nature जर्नल में छपे हैं. 

ब्रह्मांड के सबसे ताकतवर चुंबकों में से एक

मैग्नेटर ब्रह्मांड के सबसे शक्तिशाली चुंबकों में गिने जाते हैं. ये बेहद तेजी से घूमने वाले न्यूट्रॉन तारों का चुंबकीय रूप होते हैं. न्यूट्रॉन तारे सुपरनोवा धमाकों से बनते हैं. वैज्ञानिकों ने पाया कि यह धमाका तब हुआ जब मैग्नेटर की मैग्नेटिक फील्ड ने तारे की परिक्रमा में हल्की सेंध लगाई और उसकी बाहरी परतों को तहस-नहस कर दिया. नतीजा यह हुआ कि तारे की सतह टूट गई और पूरे ब्रह्मांड में बेहद उच्च ऊर्जा वाली गामा किरणें फैल गईं.

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दुर्लभ है अंतरिक्ष में ऐसे धमाके

मैग्नेटर में धमाके बेहद दुर्लभ हैं. इससे पहले, पिछले 50 सालों में केवल तीन और मैग्नेटर विस्फोट रिकॉर्ड हुए हैं. 2004 में पृथ्वी से करीब 30,000 प्रकाश वर्ष दूर ऐसा ही विस्फोट देखा गया था. तब पृथ्वी के ऊपरी वायुमंडल में सौर धमाकों जैसा असर हुआ था. नया मिला मैग्नेटर धरती से 12 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर मौजूद M82 गैलेक्सी में स्थित है. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह हमारी मिल्की वे आकाशगंगा के बाहर मिला पहला मैग्नेटर है. इससे वैज्ञानिकों को उम्मीद जगी है कि दूसरी आकाशगंगाओं में और भी मैग्नेटर हो सकते हैं.

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